महंगाई पर केंद्र सरकार का मरहम रांची के आठ जगहों पर 35 रूपये किलो मिल रहा प्याज
महंगाई पर केंद्र सरकार का मरहम रांची के आठ जगहों पर 35 रूपये किलो मिल रहा प्य
महंगाई पर केंद्र सरकार का मरहम रांची के आठ जगहों पर 35 रूपये किलो मिल रहा प्याज
– विभागीय सचिव निधि खरे के निर्देश पर सस्ते प्याज की हो रही है बिक्री
– ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, सफल के आउलेट से भी लेने की सुविधा
डीएनबी भारत डेस्क
प्याज के दाम को नियंत्रित रखने के लिए केंद्र सरकार हर संभव कोशिश कर रही है । केंद्रीय उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने बढ़ते हुए मूल्य पर नियंत्रण के लिए बफर स्टॉक के प्याज को सस्ते दरों पर प्याज बेचने का निर्देश दिया है । इस क्रम में रांची सहित आधा दर्जन बड़े शहरों में 35 रूपये प्रतिकिलो प्याज की बिक्री शुरू की गई है ।
झारखंड की राजधानी रांची में नेफेड और एनसीसीएफ की तरफ से आठ स्थल चिन्हित किए गए हैं । यहां मोबाइल वैन लगाकर रियाती दरों पर प्याज की बिक्री शुरू की गई है । आमलोगों के लिए कांके रोड (स्पीकर निवास के पास), पिस्का मोड़ , मोरहाबादी , चांदनी चौक कांके , लालपुर चौक , बिरला मैदान, बहु बजार और बरियातू में मोबाइल वैन के माध्यम से बिक्री की जारही है।
उपभोक्ता यहां से 35 रूपये प्रति किलो की दर से प्याज खरीद रहे हैं । जिससे उन्हें मंहगाई से राहत मिल रही है । उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने बताया कि नेफेड और एनसीसीएफ के मोबाइल वैन के अलावे विभिन्न ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, सफल आउलेट और केंद्रीय भंडार पर भी कम मूल्य पर प्याज खरीदा जा सकता है । देश में प्याज की कोई कमी नहीं है ।
बफर स्टॉक के तहत 4.7 लाख टन प्याज की खरीद की गई थी । किसानों और व्यापारियों के पास भी पर्याप्त प्याज का भंडारण है । सरकार ने प्याज की कीमतों पर नजर रखने के लिए 550 केंद्रों पर निगरानी रखी है । रांची सहित अन्य जगहों पर केंद्र सरकार की इस पहल से लोग लाभान्वित होंगे । नेफेड और एनसीसीएफ से कहा गया है कि सस्ते प्याज की खरीद में उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए हर संभव कोशिश की जाए ।
उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने बताया कि रांची के अलावे दिल्ली-एनसीआर 50 और मुंबई 50, चेन्नई 19, गुवाहटी 11 और भुवनेश्वर में 10 जगहों पर मोबाइल वैन के माध्यम से रियाती मूल्य पर प्याज बेचे जा रहे हैं । अगले कुछ दिनों में देश के अन्य शहरों में भी शुरू की जाएगी । खाद्य मुद्रास्फीति और खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने हर संभव कोशिश की जा रही है । आम लोगों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी ।