डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर, गृहरक्षा वाहिनी स्वंय सेवन संघ जिला शाखा के बैनर तले गृहरक्षकों की एक आम सभा संघ कार्यालय में शनिवार को हुई. इसमें गृहरक्षकों के लंबित 21 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया. गृहरक्षा वाहिनी केन्द्रीय कमेटी के वरीय उपाध्यक्ष कन्हैया राय उर्फ झलक बाबा ने कहा कि राज्य के गृहरक्षकों के मूलभूत 21 सूत्री समस्या सरकार में वर्षों से लंबित चली आ रही है.
संघ के प्रतिनिधिमंडल सदस्यों के अथक प्रयास के बाद भी समस्याओं का निदान अभी तक नहीं किया गया है. इसको लेकर पूर्व में भी गृहरक्षकों के द्वारा सरकार के खिलाफ आंदोलन किया गया. आंदोलन के प्रथम चरण मे राज्यभर के गृहरक्षकों ने काला बिल्ला लगातार पांच दिन तक सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए कर्तव्य का पालन किया.
इसके बाद भी समस्याओं का निदान नहीं करना सरकार के तानाशाही रवैये का परिचायक है. दूसरे चरण में जिला मुख्यालय में एक दिवसीय रैली प्रदर्शन करते हुए शांतिपूर्ण घरना के माघ्यम से सरकार को ज्ञापन सैंपा. इसके उपरांत भी सरकार गृहरक्षकों से सौतेलापन व्यवहार कर रही है. अब तीसरे चरण में केन्द्रीय कमेटी के तत्वावधान में सर्वसम्मति से करो मरो के नारा के साथ 15 अक्टूबर को गर्दनीबाग पटना में अनिश्चितकालीन आंदोलन का निर्णय लिया गया है.
उन्होंने कहा कि समय रहते गृहरक्षकों की लंबित मांग पर अगर सरकार विचार नहीं करती है तो गृहरक्षक कार्य का बहिष्कार करते हुए आंदोलन करेंगे. इसके अलावे अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे. महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष रीता सिन्हा के गृहरक्षकों को एकजुट होकर आंदोलन सफल बनाने का आह्वान किया. सरकार से गृहरक्षक के समान काम के समान वेतन देने, 50 प्रतिशत मंहगाई भत्ता, वर्दी भत्ता, पुलिस के समान अवकाश, पेंशन के लाभ देने की मांग की.
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष कैलाश झा ने की. मौके पर प्रदेश सचिव हरेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष शिवजी प्रसाद गुप्ता, पूर्व जिलाध्यक्ष कामेश्वर राय, सचिव दिनेश कुमार, गिरिघर झा, सब्बीर अहमद, रामउदगार सिंह, चंदन पाण्डेय समेत दर्जनों गृहरक्षक मौजूद रहे.
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट