पूसा कैंपस में ‘मिनी इंडिया’: 23 राज्यों के छात्रों से गुलजार हुआ विश्वविद्यालय, 24 से सजेगा ‘दीक्षारंभ’
डीएनबी भारत डेस्क

डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय से नामांकन के दूसरे दिन लगभग 90 प्रतिशत सीटें पर नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई। समाचार लिखे जाने तक विश्वविद्यालय में नामांकन की प्रक्रिया चल रही थी।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पी एस पांडेय ने कहा कि इस बार विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ रैंकिंग में अच्छी रैंक हासिल की है जिसके कारण देश भर के सबसे प्रतिभाशाली बच्चों ने विश्वविद्यालय में नामांकन के लिए अपना पहला च्वाइस पूसा विश्वविद्यालय को रखा और नामांकन लिया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में 23 राज्यों के बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में मिनी इंडिया की झलक मिलती है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों में पढाई के साथ साथ राष्ट्र भक्ति और कर्तव्य परायणता का भी विकास करना चाहता है। उनके पूरे व्यक्तित्व को समग्र रूप से उभारना चाहता है ताकि वे दुनिया भर में देश का नाम रौशन कर सकें। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से दीक्षारंभ कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि दीक्षारंभ के महत्व को देखते हुए अब भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों में अनिवार्य कर दिया गया है।
कुलपति डॉ पांडेय ने नवांगतुक छात्रों और उनके अभिभावकों से भी बातचीत की और नामांकन प्रक्रिया को लेकर उनके फीडबैक लिये। कुलसचिव डॉ पी के प्रणव ने कहा कि नामांकन के दौरान छात्रों और अभिभावकों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय और पंजाब नेशनल बैंक की तरफ से शिक्षा लोन को लेकर भी काउंटर लगाए गए हैं ताकि यदि किसी छात्र को आर्थिक सहायता की आवश्यकता हो तो उसे तत्काल ही उपलब्ध करवा दिया जाये।
उन्होंने कहा नामांकन के उपरांत लगभग 15 दिनों के दीक्षारंभ कार्यक्रम की शुरुआत 24 नवंबर से होगी जिसमें देश भर से विभिन्न विषयों के प्रख्यात और विद्वान लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है। वे सभी छात्रों से संवाद करेंगे और उन्हे प्रेरित करेंगे। नामांकन प्रक्रिया के दौरान छात्रों और अभिभावकों के लिए भोजन , रहने की व्यवस्था, फोटोकॉपी और स्टेशनरी आदि की व्यवस्था भी नामांकन स्थल पर ही की गई है। नामांकन प्रक्रिया में बीस से ज्यादा समिति बनाई गई थी और लगभग दो सौ से अधिक शिक्षकों, वैज्ञानिकों और पदाधिकारियों को लगाया गया है ।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट