छात्र जीवन में सपने, समर्पण,अनुशासन और मार्गदर्शन को अपनाने की आवश्यकता है – राजकुमार सिंह

DNB Bharat Desk

छात्र जीवन में सपने, समर्पण, अनुशासन और मार्गदर्शन के साथ काम करने की आवश्यकता है।सपने वे होते हैं जो हमें सोने नहीं देते हैं। इसलिए बड़े सपने देखें और उसके लिए निरन्तर जतन करें।ये बातें गणेशदत्त महाविद्यालय बेगूसराय स्थित इग्नू 550 केन्द्र के प्रवेशन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में मटिहानी के निवर्तमान विधायक राजकुमार सिंह ने कही।

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वहीं मुख्य वक्ता के रूप में इग्नू केन्द्र दरभंगा के क्षेत्रीय निदेशक डॉ सन्तन कुमार राम ने कहा कि इग्नू आज विश्व का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। जिसके माध्यम से हम बेहतर अध्ययन सामग्री से जुड़ पाते हैं और जब बेहतर सामग्री मिले तो अध्ययन की निरंतरता बनाए रखिए। उन्होंने कहा कि आज इग्नू जन-जन का विश्वविद्यालय है, इग्नू ने जन अपेक्षाओं के साथ लर्नर को ध्यान में रखकर अपने पाठ्यक्रमों को तैयार किया है। जुलाई 2025 सत्र के लर्नर को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब आपके हाथ में इग्नू का मेटेरियल जाता है तो आप उसका अध्ययन भी करें ना की इस भरोसे रहे कि यह दूरस्थ शिक्षा है और इसमें कोई गुंजाइश है।

छात्र जीवन में सपने, समर्पण,अनुशासन और मार्गदर्शन को अपनाने की आवश्यकता है - राजकुमार सिंह 2उन्होंने साफ शब्दों में कहा की इग्नू अपने लर्नर को पढ़ना सिखाता है और इग्नू के लर्नर को पढ़ना होगा। कहा कि एसाइनमेंट तैयार करने के बाद आप अपना परीक्षक खुद बनें तभी आप अपनी योग्यता का मूल्यांकन कर सकते हैं। वहीं इग्नू अध्ययन केंद्र 0550 के समन्वयक प्रो कमलेश कुमार ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में इग्नू आज विश्व की सबसे विश्वसनीय संस्था है। यह आज ग्लोबल यूनिवर्सिटी का रूप ले चुका है। दुनिया के 40 देशों में इग्नू के केंद्र स्थापित हैं जिसके माध्यम से लाखों लर्नर अध्ययन कर रहे हैं। कहा कि इग्नू अपने आप में एक अच्छे मानव का निर्माण करता है।

छात्र जीवन में सपने, समर्पण,अनुशासन और मार्गदर्शन को अपनाने की आवश्यकता है - राजकुमार सिंह 3आपके हाथ में इग्नू की शिक्षण सामग्री हो तो आपको सिखाने का काम करता है। इसलिए इसके साथ जुड़कर हमें और बेहतर बनने की आवश्यकता है। प्रवेशन सत्र को संबोधित करते हुए प्रो विजय मोहन प्रसाद सिंह ने कहा इग्नू अपने छात्रों के साथ एक बेहतर समन्वय स्थापित करता है और लर्नर को सही समय पर शिक्षण सामग्री मिले इसके लिए प्रतिबद्ध है। गणेशदत्त महाविद्यालय बेगूसराय के प्रधानाचार्य प्रो भूपेन्द्र नारायण ने कहा कि हम परीक्षाओं में अपनी उत्तर पुस्तिकाओं पर स्वयं के अध्ययन की गयी पंक्तियों को लिखें, अपनी भाषा दें ताकि हमको अच्छे अंक मिले।

छात्र जीवन में सपने, समर्पण,अनुशासन और मार्गदर्शन को अपनाने की आवश्यकता है - राजकुमार सिंह 4धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्रो अनिल कुमार ने कहा कि सत्रांत कार्य को सुंदर लेखन से प्रस्तुत करें जो कि आपके परीक्षा से पूर्व का मूल्यांकन है। प्रवेशन समारोह का संचालन डॉ कुन्दन कुमार ने किया। मौके पर लर्नरों ने क्षेत्रीय सहायक निदेशक से प्रश्नोत्तर के माध्यम से जानकारी भी प्राप्त की। मौके पर डॉ उत्तम कुमार, डॉ प्रियंका कुमारी, डॉ प्रशांत, डॉ संजय कुमार, प्रो मनोरंजन कुमार, चंदन कुमार, मुकेश कुमार, विपिन कुमार, महेंद्र सिंह, विकास कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।

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