घटना नावकोठी थाना क्षेत्र के इसफा पुल स्थित बूढ़ी गंडक नदी की है।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय में बूढ़ी गंडक नदी में पेट्रोल पंप के मलिक का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। वहीं मौत की खबर लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया और गांव में मातमी सन्नाटा पसरा गया है। घटना नावकोठी थाना क्षेत्र के इसफा पुल स्थित बूढ़ी गंडक नदी की है। वही शव मिलने की खबर सुनकर लोगों की भीड़ शव को देखने उमड़ पड़ी। मृतक व्यक्ति की पहचान नावकोठी थाना क्षेत्र के रहने वाले स्वर्गीय विश्वनाथ सिंह के 55 वर्षीय पुत्र राकेश कुमार उर्फ पिंटू सिंह के रुप में हुई है। वह नावकोठी स्थित अन्नपूर्णा फ्यूल सेंटर के मालिक थे।

सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष राजीव कुमार रंजन,एस आई विश्वजीत कुमार, सुबोध कुमार सिंह,अबोध कुमार सहित सशस्त्र बल ने पहुंच कर लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय भेज दिया है। इस घटना के संबंध में परिजनों में मृतक के छोटे भाई राजेश कुमार ने बताया कि वह एक सप्ताह से पटना में हृदय रोग की जांच के लिए गये थे। उन्हें उनके घर आने की सूचना मिली पर देर रात तक नहीं आने पर इसफा पुल तक खोजने भी गया किन्तु कुछ अता पता नहीं लगा।
कुछ लोगों ने बताया कि राकेश कुमार गुरुवार की शाम में आये और चांदपुरा तथा इसफा में तगादा कर रहे थे। इसफा पुल के आसपास भी उन्हें देखा गया था। परिजनों ने अनुमान लगाया कि उन्हें कोई व्यक्ति बढ़ी गंडक नदी में डूबा दिया है। इसकी पड़ताल उन्होंने रात में भी की। इधर सुबह में मछुआरे नदी में नाव लेकर मछली पकड़ रहे थे तब झाड़ी और वंशी में फंसी लाश को देखकर शिनाख्त की। राकेश कुमार की मौत की चर्चा आम है।

जितनी मुंह उतनी बातें।शव के घर पर आते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी अनुजा कुमारी,पुत्री ई स्वीटी और डॉ सुहानी,पुत्र प्रिंस कुमार,भाई राकेश कुमार आदि का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। इन लोगों ने बताया कि एक सप्ताह से पटना में थे। क्षेत्र में बड़का माथा के नाम से चर्चित और लोकप्रिय थे। समाज सेवा के साथ व्यवसाय से जुड़े थे।इनकी मौत से क्षेत्र के लोगों की भारी भीड़ दर्शनार्थ उमड़ पड़ी। भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन भी जुटे थे।
डीएनबी भारत डेस्क