डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के तेघड़ा संत पॉल पब्लिक स्कूल में दिव्यांशु वेलफेयर एंड एजुकेशनल ट्रस्ट के सौजन्य से एक नई शैक्षणिक और सामाजिक परंपरा की शुरुआत करते हुए। वही “सेंट पॉल जीनियस प्रतियोगिता” का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में प्रारंभिक अवस्था से ही प्रतियोगिता भावना, तार्किक चिंतन एवं बौद्धिक क्षमता का विकास करना है, ताकि वे भविष्य में किसी भी प्रतियोगी परीक्षा का आत्मविश्वास के साथ सामना कर सकें।

विद्यालय प्रशासन ने बताया कि नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के कुल 1810 विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता में सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई। मूल्यांकन के आधार पर विभिन्न वर्गों से 157 विद्यार्थियों का चयन प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के लिए किया गया।विद्यालय के प्रबंधक श्री सुनील कुमार सिंह एवं प्राचार्या श्रीमती तनु सौरभ ने विजेता छात्र-छात्राओं को अवार्ड, प्रमाणपत्र एवं शुभकामनाएं प्रदान करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के बीच फल एवं छाया देने वाले कुल 500 पौधों का वितरण किया गया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में हरियाली संवर्धन, जल संरक्षण एवं पर्यावरणीय उत्तरदायित्व की भावना विकसित करना रहा।
विद्यालय प्रशासन ने कहा कि-हरियाली केवल सौंदर्य नहीं, बल्कि जीवन संतुलन का आधार है। वृक्ष जहाँ तापमान को नियंत्रित करते हैं, वहीं स्वच्छ वायु एवं जल संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।छात्रों द्वारा लगाया गया प्रत्येक पौधा भविष्य के सुरक्षित पर्यावरण का एक संकल्प माना जाएगा।
इस आयोजन की सफलता में विद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम को विद्यार्थियों, अभिभावकों और स्थानीय समाज द्वारा एक प्रेरणादायी शैक्षणिक एवं सामाजिक पहल के रूप में सराहा गया।
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