डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर: ताजपुर थाना क्षेत्र के मोरवा दक्षिणी पंचायत के खेदूंटांड़ पोखर के किनारे रविवार को एक किशोर की हत्या मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मृतक सरायरंजन थाना क्षेत्र के नौवाचक के अमरजीत कुमार का पुत्र प्रिंस कुमार (16 वर्ष) था। इस मामले गिरफ्तार आरोपी ने अपना जुर्म की स्वीकर कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान ताजपुर थाना क्षेत्र के खेदूंटांड़ वार्ड-11 के रामाश्रय मिश्रा के पुत्र कृष्ण मुरारी उर्फ राजा मिश्रा और ताजपुर थाना क्षेत्र के ही उमेदपुर के मो नईम के पुत्र मो मोबीन के रूप में की गई है।

शुक्रवार को सदर अनुमंडल पदाधिकारी 1 संजय कुमार पांडेय ने बताया कि रविवार की सुबह ताजपुर थाना क्षेत्र के खेदूटार स्थित नुनु बाबू के पोखर के समीप बालक के शव पाए जाने की सूचना मिली थी। घटना की सूचना पर एसपी अरविंद प्रताप सिंह के निर्देश पर सदर एसडीपीओ-1 के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की गई। घटनास्थल से एक चिट्ठी जब्त किया गया जिसमें अंकित कुछ लोगों के नाम और मृतक के साथ अंतिम समय तक देखें गये लोगों से पूछताछ के संबंध में कृष्ण मुरारी उर्फ राजा मिश्रा को अंतिम समय तक देखे जाने का सुराग मिला व घटनास्थल से जब्त चिट्ठी में अंकित नाम के लोगों से विवाद होने की बात अनुसंधान के क्रम में सामने आयी।
इसके बाद कृष्ण मुरारी को हिरासत में ले उससे सख्ती से पूछताछ की गयी तो उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। पुलिस ने हत्याकांड में कृष्ण मुरारी के सहयोगी मो मोबीन को भी गिरफ्तार कर लिया। साथ ही पुलिस ने घटना कारित में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किया है। खून लगा टी शर्ट, गंजी, लुंगी, चप्पल, खून लगा हुआ एक डायरी एवं मो मोबिन के घर से घटना में प्रयुक्त दबिया बरामद हुआ है। एसडीपीओ-1 ने बताया कि हत्या के पीछे कृष्ण मुरारी की नाबालिग पोती एवं मृतक प्रिंस कुमार के बीच स्कूल से आने-जाने एवं क्रिकेट मैच खेलने के दौरान पोती का पीछा करने और बात करने की बात सामने आयी। इसके बाद कृष्ण मुरारी ने योजनाबद्ध तरीके से प्रिंस के हत्या की प्लानिंग की। एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने 10-15 दिनों से मृतक को विश्वास में लेकर उसे खैनी खाने की आदत भी लगा दी थी।
आरोपी पहले नुनू बाबू के यहां मैनेजर का काम करता था, लेकिन मालिक से धोखाधड़ी के आरोप में उसे हटा दिया गया था। उसका स्थान दीपक राय ने ले लिया। दीपक का जमीनी विवाद मृतक प्रिंस के परिवार से भी चल रहा था। घटना की रात आरोपी ने अपने सहयोगी मो. मोबीन से पहले ही हत्या की बात कर दबिया मंगाई और उसे पोखर के पास छिपा दिया था। 12/13 जुलाई की रात आरोपी ने नाईट क्रिकेट के बहाने प्रिंस को पोखर पर बुलाया, उसे नशा कराया और फिर धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्य से भी उनकी गतिविधियों की पुष्टि हुई है। एसआईटी की इस सराहनीय कार्रवाई के लिए टीम को पुरस्कृत करने की अनुशंशा की गई है।