डीएनबी भारत डेस्क
लाइफ लाइन कहीं जाने वाली गंगा अब बेगूसराय में हजारों लोगों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। गंगा एक बार पुन अपने रौद्र रूप में आ चुकी है और जगह-जगह कटाव की वजह से अब लोगों के लिए भय का कारण बनती जा रही है । खासकर तेघरा अनुमंडल के मधुरापुर दक्षिणी टोल घाट के समीप सैकड़ो एकड़ जमीन गंगा में विलीन हो चुकी है और अब गंगा कटाव करती हुई आबादी वाले क्षेत्र के समीप पहुंचने के निकट है। जिससे अब लोग बीवस नजर आ रहे हैं।

एक तरफ जहां गंगा लोगों के लिए वरदान साबित होती है तो वही रौद्र रूप में आने के बाद गंगा लोगों को भयभीत भी करती हैं। ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है तेघरा अनुमंडल के मघुरापुर दक्षिणी टोल के समीप। । अब तक सैकड़ों एकड़ उपजाऊ भूमि गंगा में विलीन हो चुकी है। वहीं लोगों का आरोप है कि लगातार प्रशासन को इसकी सूचना देने के बावजूद न तो जल संसाधन विभाग और ना ही जिला प्रशासन इस ओर कोई कारगर कदम उठा रही है जिससे कि कटाव को रोका जा सके।

लोगों का कहना है कि जब गंगा में पानी की कमी रहती है उसी वक्त कटाव निरोधि कार्य होने चाहिए जिससे कि कटाव पर पूर्णत विराम लगाया जा सके। लेकिन सरकार की नींद तब खुलती है जब गंगा अपने रौद्र रूप में आ जाती है। यही वजह है कि करोड़ों की राशि खर्च करने के बावजूद भी उपयुक्त कटाव निरोधि कार्य नहीं हो पाते । स्थानीय लोगों ने सीधे-सीधे जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वही जल संसाधन विभाग के तरफ से कटाव को नियंत्रित करने के लिए गंगा मे पेड और बांस बांधकर प्रयास किया जा रहा है लेकिन कटाव नही रुक रहा है।
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