परीक्षा में अभ्यर्थियों के बदले दूसरे फर्जी अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठाकर परीक्षा दिलाते थे
डीएनबी भारत डेस्क

समस्तीपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है नीट की परीक्षा में जालसाज गिरोह के दो सदस्यों को समस्तीपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस मामले में खुलासा यह हुआ है कि ये लोग परीक्षा में अभ्यर्थियों के बदले दूसरे फर्जी अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठाकर परीक्षा दिलाते थे. यह जालसाजी परीक्षा में अधिकतम अंक प्राप्त अंक अर्जित करने के लिए की जाती थी, जिससे कि अभ्यर्थियों का अंतिम रूप से चयन हो पाए. समस्तीपुर पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक के द्वारा एक टीम का गठन किया गया जिसके बाद 2 जलसाजों को पकड़ा गया.
इनसे पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं. इस मामले में समस्तीपुर एएसपी संजय कुमार पांडे ने बताया कि जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर नीट 2025 परीक्षा निर्धारित थी. कदाचार मुक्त परीक्षा के सफल संचालन के लिए संबंधित थाना की पुलिस के साथ-साथ अन्य एजेंसियां भी सतर्क रहकर निगरानी कर रहीं थीं. इसी क्रम में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गिरोह के सक्रिय सदस्य समस्तीपुर जिला में घूम कर परीक्षा में तकनीकी रूप से छेड़छाड़ करने की जालसाजी कर रहे हैं. समस्तीपुर पुलिस को इस मामले की सूचना जैसे ही मिली जिले के एसपी ने एक त्वरित रूप से तकनीकी और मानवीय इंटेलिजेंस के आधार पर कार को परीक्षा केंद्रों के आसपास लगातार मंडराते देखा.
निगरानी और तकनीकी साक्ष्य प्राप्त करने के बाद इस मामले का सत्यापन किया गया और मोहनपुर पुल के पास संदिग्ध अवस्था पकड़ लिया गया.इनसे पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हो गया.एएसपी संजय कुमार पांडे ने बताया कि कार में बैठे व्यक्ति ने अपना नाम रामबाबू मलिक बताया जो दरभंगा जिले के लहेरियासराय के रामगंज काली मंदिर थाना क्षेत्र का रहने वाला है. वहीं, दूसरे व्यक्ति की पहचान डॉक्टर रंजीत कुमार के रूप में हुई है जो समस्तीपुर के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बेलसंडी का रहने वाला है.
दोनों ने पूछताछ के क्रम में बताया कि नीट 2025 की परीक्षा में समस्तीपुर और अन्य जगहों पर मूल अभ्यर्थियों के बदले दूसरे अभ्यर्थियों के बैठने के लिए पहचान पत्र और हस्ताक्षर कर फर्जी परीक्षार्थी को अन्य छात्रों की जगह पर भेजते थे. इन दोनों ने फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाने की सेटिंग करने की बात भी स्वीकार की है. इनके पास से बरामद मोबाइल में परीक्षा से संबंधित बहुत सारे कागजात और परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड पाए गए हैं.
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट