प्रारंभिक से उच्च शिक्षा गुजरात में ही किया पूरा दूसरे प्रयास में पाई सफलता
डीएनबी भारत डेस्क

प्रतिभा किसी का परिचय मोहताज नहीं होता और मन में सच्ची लगन हो तो हर मुश्किल को झेलते हुए सफलता प्राप्त किया जा सकता है। ऐसा ही कुछ कारनामा कर दिखाया है दियारे के लाल ने।बछवाड़ा प्रखंड मुख्यालय से करीब बारह किलोमीटर दुर चमथा एक पंचायत के छोटखूंट गांव निवासी अंजनी सिंह के पुत्र अभिषेक कुमार ने सिविल सर्विस परीक्षा के दौरान 87 वां स्थान प्राप्त कर प्रखंड ही नहीं बल्कि जिले का नाम रौशन किया है।
उसके इस सफलता से एक तरफ जहां वह खुद ख़ुशी से फुला नहीं समा रहा है वही उसके माता-पिता एवं रिश्तेदारों में भी ख़ुशी है। उन्होने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व अपने गुरु को दे रहा है। जो हमेशा पढ़ने के लिए हर सुविधा मुहैया कराने का काम किया।पढ़ाई के दौरान जब कभी कोई समस्या हुआ तो उस समय मैं अपने माता-पिता के साथ-साथ अपने गुरू से मार्गदर्शन व सहयोग हमेशा मिलता रहा।
वही स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि अभ्यर्थी के द्वारा पुर्व में भी सिविल सर्विस परीक्षा दिया गया था,लेकिन संतोषजनक अंक प्राप्त नहीं होने के कारण दुसरे प्रयास के उपरांत सफलता मिला है। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी के पिता अंजनी सिंह व उनकी पत्नी सोना देवी अपने पुत्र के साथ गुजरात में रहकर अपना कारोबार के साथ साथ अपने बच्चों को पढ़ाने का काम करता है। उक्त छात्र ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर वर्तमान सिविल सर्विस परीक्षा में उत्तीर्ण तक गुजरात में रहकर शिक्षा प्राप्त किया है।
बेगूसराय बछवाड़ा संवाददाता मनोज कुमार राहुल की रिपोर्ट