महिला और युवती का फंदे से लटका मिला था शव, पति की पुलिस कस्टडी में हुई मौत
बछवाड़ा थाना क्षेत्र के कादराबाद पंचायत के मजोशडीह गांव की घटना
डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय जिले के बछवाड़ा थाना क्षेत्र के कादराबाद पंचायत के मजोशडीह गांव में एक ही परिवार के तीन लोगों की संदिग्ध मौत से इलाके में हड़कंप मच गया है। मृतकों में पति-पत्नी और 21 वर्षीय भतीजी शामिल हैं। मृतक की पहचान मजोशडीह गांव निवासी रामलगन सिंह का करीब 50 वर्षीय पुत्र बालकुकुंद सिंह, उनकी 35 वर्षीय पत्नी शीलू देवी और 21 साल की भतीजी काजल कुमारी के रूप में हुई है। काजल कुमारी बालमुकुंद सिंह के भाई स्व राजेश सिंह की बेटी थी। ग्रामीणों ने बताया कि शीलू देवी और काजल का शव पंखे से लटका पाया गया ।
ग्रामीणों ने बताया कि 28 मार्च शुक्रवार को पारिवारिक कलह से परेशान होकर स्व राजेश सिंह की 21 वर्षीय पुत्री काजल कुमारी ने गले में फंदा डालकर लटक गई। जिसे नीचे उतारकर आनन फानन में निजी क्लीनिक के पास ले जाया गया जहां उसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। जब काजल कुमारी को लेकर लोग घर लौटा तो घर के दुसरे कामरे में काजल कुमारी की चाची बालमुकुंद सिंह की 35 वर्षीय पत्नी शीलू देवी फंदे से लटकी हुई थी। ग्रामीणों व् परिजनों के द्वारा मृतक को फंदे से नीचे उतारा गया।
वही परिजन ने स्थानीय लोगों के सहयोग से दोनों शव को पोस्टमार्टम कराए बिना ही तेघड़ा थाना क्षेत्र के अयोध्या घाट में दाह संस्कार कर दिया। घटना की जानकारी बछवाड़ा थाना को मिलते ही पुलिस मृतक के घर पहुंचकर जांच पड़ताल कर परिजनों पर हत्या का दबाव बनाने लगी। पुलिस के भय से मृतक शीलू देवी के पति बालमुकुंद सिंह घर छोड़कर फरार हो गए। पुलिस के द्वारा ग्रामीणों पर भी इस घटना में संलिप्त होने का दबाव बनाया जाने लगा और मृतक के घर पर दो चौकीदार को नजर रखने के लिए ड्यूटी पर लगा दिया गया। पुलिस की दबिश से परेशान ग्रामीणों ने बालमुकुंद सिंह को 30 मार्च रविवार की शाम पुलिस के सामने कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि बालमुकुंद सिंह को पुलिस उनके घर से पूछताछ के लिए पुलिस उन्हें थाना ले गई। ग्रामीणों के अनुसार थाना ले जाने के वक्त उनकी स्थिति ठीक थी। कुछ ही घंटों के बाद परिजनों को तबियत ख़राब होने की जानकारी मिलती है। परिजन और ग्रामीण थाना पर पहुंचकर पुलिस के साथ इन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बछवाड़ा में भर्ती कराया गया। जहां डॉ ने प्राथमिक उपचार कर समुचित उपचार के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय रेफर कर दिया। बेगूसराय ले जाने के दौरान उक्त व्यक्ति की रास्ते में मौत हो गई। बेगूसराय ले जाने के दौरान मृतक के साथ कोई भी पुलिस कर्मी नहीं थे।
मौत के बाद शव को बगैर पोस्टमार्टम के ही दाह संस्कार कर दिया गया। मामले में थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि परिवार के दो लोगो की मौत की सूचना पर छानबीन करने पहुंचे जहा बालमुकुंद से पूछताछ करने के क्रम मे उनका स्थिति खराब देखते हुए बछवाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर ईलाज के लिए बेगूसराय रेफर किया गया जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस द्वारा पिटाई का आरोप बेबुनियाद है। मृतक का पोस्टमार्टम नहीं कराने का कारण सामान्य मृत्यु है।
बेगूसराय बछवाड़ा संवाददाता मनोज कुमार राहुल की रिपोर्ट