शिक्षक शिक्षा,ज्ञान,संस्कार एवं सांस्कृतिक के वाहक होते हैं:-डॉ त्यागी
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के रानी एक पंचायत के आदर्श मध्य विद्यालय नारेपुर में शुक्रवार को शिक्षिका उषा कुमारी के सेवानिवृत होने के उपरांत विद्यालय परिवार की ओर से विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन समारोह पूर्वक किया गया। विदाई सह सम्मान समारोह में विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक, शिक्षिका,विद्यालय पोषक क्षेत्र के अभिभावक छात्र-छात्रा समेत प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालय में कार्यरत एवं सेवानिवृत शिक्षकों ने समारोह में शिरकत किया।
समारोह में आदर्श मध्य विद्यालय नारेपुर के शिक्षिका को विद्यालय परिवार व शिक्षक समुदाय के द्वारा सम्मान पूर्वक अंग वस्त्र फुल,माला और चादर देकर नम आखों से विदाई दी गई। समारोह की अध्यक्षता सेवानिवृत शिक्षक सह साहित्यकार डॉ शैलेन्द्र शर्मा त्यागी ने किया। वही मंच संचालन शिक्षक हिमांशु कुमार राय ने किया। विदाई समारोह को संबोधित करते हुए श्री त्यागी ने कहा कि शिक्षक शिक्षा ज्ञान संस्कार एवं सांस्कृतिक के वाहक होते हैं। वे राष्ट्र के महज निर्माता नहीं मनुजता गढ़ने के बड़े अभियंता है। शील, गुण, चरित्र एवं विचारों के भंडार होते हैं। वे एक ऐसा दीप होते हैं जो समाज में व्याप्त रूढ़ियों एवं अंधकार को दुर कर प्रकाश भरने का महत्तम कार्य करते हैं।
वही विद्यालय के प्रधानाध्यापक विशेश्वर पासवान ने कहा कि शिक्षक सृष्टि का सृजन हार एवं ज्ञान का श्रृंगार होते हैं। शिक्षक राष्ट्र के निर्माता ही नहीं वरन मनुजता का सचेतक होते हैं। वही रानी एक पंचायत के पुर्व मुखिया उमेश कुवंर कवि ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक समाज के वह मोमबत्ती होते हैं, जो खुद जलकर दूसरों को प्रकाश देने का कार्य करते है। शिक्षा और शिक्षक एक दुसरे के पूरक होते है। वही शिक्षक हिमांशु कुमार राय ने कहा कि हम शिक्षक अपने-अपने विद्यालय में अपने कर्तव्य का पालन करते हुए बच्चो को शिक्षा देने का काम करते हैं, आज विद्यालय से एक शिक्षक सेवानिवृत्त हो रहे है।
विद्यालय परिवार उनके कार्यो को सदैव याद रखेगा, शिक्षक की कुशल कार्य क्षमता व उत्कृष्ट योगदान हमारे लिए प्रेरणा श्रोत है। शिक्षिका उषा कुमारी का कार्यकाल बहुत अच्छा रहा. मैं इनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। सेवानिवृत के बाद शिक्षक जहां भी रहे स्वास्थ्य रहे। वही विदाई सह सम्मान समारोह को सेवानिवृत्त शिक्षक अरूण कुमार राय सेवानिवृत शिक्षक राम चन्द्र राय, शिक्षक मनोरंजन कुमार राय ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक पौराणिक काल से ही गुरु ज्ञान के प्रसार के साथ-साथ समाज के विकास का बीड़ा उठा रहे हैं। गुरू अज्ञान रुपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाने वाला सशक्त माध्यम होते है।
शिक्षकों की सरकारी नौकरी कागज की कोठरी के समान है। इस कागज की कोठरी से बेदाग बच के निकल जाना सबसे बड़ा महान कार्य है। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाए समेत छात्र-छात्राओं ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। मौके पर शिक्षक दिलीप कुमार राय, प्रवीण कुमार राय, मनोज कुमार राय, नीतू कुमारी, अर्चना कुमारी, आभा कुमारी, डॉ कल्याणी सिंह, मृत्युजय कुमार सिंह, अरविंद सिंह, अखिलेश सिंह, वंशी सिंह, अर्चना कुमारी समेत दर्जनों शिक्षक शिक्षिका एवं छात्र-छात्रा मौजूद थे।
बेगूसराय बछवाड़ा संवाददाता मनोज कुमार राहुल की रिपोर्ट