डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय/तेघड़ा-भारत प्राचीन काल से ही सांझी विरासत के साथ विकास पथपर आगे बढ़ा है। लेकिन आरएसएस के लोग धार्मिक स्तर पर बांटकर जातिगत आधार पर बंटवारे के पक्ष में खड़े हैं। यह बात दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ समसुल इस्लाम ने तेघड़ा में आयोजित एक जनसभा में कही। उन्होनें कहा कि मनुस्मृति को भाजपा और आरएसएस के लोग मानते हैं। लेकिन मनुस्मृति में महिलाओं और तथाकथित निम्न जाति वाले लोगों पर कई तरह की प्रतिबंध लगाए गए हैं।
डॉ समसुल इस्लाम ने कहा कि यह कार्य हिन्दुओं द्वारा हिन्दुओं पर करने को कहा गया है। गोवा मुक्ति आन्दोलन के नायक और पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह की 101 वीं जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि भाजपा द्वारा मंदिर खोजो और मस्जिद तोडो की संस्कृति देश की साझी विरासत को नष्ट कर रही है। उन्होनें कहा कि रामधारी सिंह दिनकर द्वारा लिखित संस्कृति के चार अध्याय में कहा गया है कि भारत के निर्माण में सभी वर्ग समुदायों की भागीदारी रही है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधायक राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने किया जबकि मंच संचालन जुलुम सिंह ने किया। मौके पर विधायक रामरतन सिंह, जिला मंत्री अवधेश राय, प्रताप नारायण सिंह, राजेन्द्र चौधरी, अशोक प्रसाद सिंह, अनिल अंजान, अंचल मंत्री परमानंद सिंह, उदय शंकर सिंह, राममूर्ति सिंह और भवेश भारद्वाज सहित कई लोग थे। कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न करने में सनातन सिंह, मणिभूषण सिंह, बरकू सिंह, दिनेश सिंह, सहित कई लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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