अंगल पद्धति के मुताबिक वर्ष का प्रथम दिन, सबका कल्याण हो।
डीएनबी भारत डेस्क
नववर्ष 2025 ई के प्रथम दिन बुधवार को सुबह से ही गंगा नदी तट पर गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ सर्वमंगला आश्रम सिमरिया काली धाम के मंदिरों, एवं अन्य मंदिरों में पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सर्वमंगला आश्रम सिमरिया काली धाम में श्रद्धालुओं ने नववर्ष के अवसर पर स्वामी चिदात्मन जी महाराज का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया। स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने दोपहर बाद तक लगातार श्रद्धालुओं और शिष्यों से मिलकर अंगल पद्धति के नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए आशीर्वाद देते रहें।
इस अवसर पर स्वामी चिदात्मन जी ने कहा कि भारत एक महान देश है। भारतीय संस्कृति और भारत के शोध कर्ता विश्व को अपना परिवार मानते हैं। 84 लाख यौनियां सबके सब एक ही परिवार के है। उन्होंने कहा समय के मुताबिक संस्कृति संस्कार में भिन्नता आती गई। संप्रदायवाद, क्षेत्रवाद शोध कर्ता एक ही परिवार के है। उन्होंने कहा सनातन धर्म की सोच सबका कल्याण हो। अंगल पद्धति के नववर्ष में राष्ट्र की उन्नति और विश्व का कल्याण हो।
सर्वमंगला का मतलब सबका कल्याण हो।उसी पद्धति से सर्वमंगला अपना काम कर रही है।इस अवसर पर स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने सबों को अंगवस्त्र, डायरी, कलैंडर, अंबर मणि, मगध वाणी पुस्तक भेंट किया। मौके पर रविंद्र ब्रह्मचारी,मीडिया प्रभारी नीलमणि, सुरेंद्र चौधरी ,संवेदक दिलीप कुमार,प्रो प्रेम सत्यानंद, प्रो विजय झा, राजेश्वरानंद, रितेश सिंह ,नवीन प्रसाद सिंह, निपेंद्र सिंह कौशलेंद्र सिंह, अमरेंद्र सिंह नागेंद्र सिंह, मधुसूदन मिश्र, हरिनाथ मिश्र, तरुण सिंह, श्याम झा राम झा लक्ष्मण झा सहित अन्य मौजूद थे।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट