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भारतीय वाड़मय में महर्षि बाल्मीकि पहला व्यक्ति व ऋषि हैैं,जिन्हे आदि कवि होने का गौरव प्राप्त है – प्रो अवधेश कुमार झा

DNB BHARAT DESK

भारतीय संस्कृति की मूल भाषा संस्कृत रही है,यह देववाणी है,इसके बगैर भारतीय संस्कृति का विस्तार संभव नहीं है-स्वामी चिदात्मन जी महाराज

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय/बीहट-आदिकवि बाल्मिकी जयंती के पावन अवसर पर सर्वमंगला आध्यात्म योग विद्यापीठ सिमरिया धाम में शुभारंभ दीप प्रज्ववलित कर किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ एसडीओ बेगूसराय राजीव कुमार, सदर डीएसपी सुबोध कुमार, सदर डीएसपी टू भास्कर रंजन, सर्वमंगला के व्यवस्थापक रविन्द्र ब्रह्मचारी, डॉ विजय कुमार झा, महासचिव राजकिशोर प्रसाद सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता करते हुए स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति की मूल भाषा संस्कृत रही है।

भारतीय वाड़मय में महर्षि बाल्मीकि पहला व्यक्ति व ऋषि हैैं,जिन्हे आदि कवि होने का गौरव प्राप्त है - प्रो अवधेश कुमार झा 2यह देववाणी है, इसके बगैर भारतीय संस्कृति का विस्तार संभव नहीं है। कहा कि बाल्मिकी ने कुछ अध्यायों में राम की विशेषताओं का वर्णन व मां जानकी का वर्णन किया है। तुलसीदास में भक्ति प्रधानता ज्यादा है और बाल्मिकी में कर्म और भक्ति दोनों का समन्वय है। उन्होंने संस्कृत की महत्ता पर अपनी बात रखते कहा कि सबसे प्रमुख भाषा में आज भी संस्कृत का स्थान है। वहीं प्रो अवधेश कुमार झा ने कहा कि भारतीय वाड़मय में ये पहला व्यक्ति व ऋषि हैैं जिन्हे आदि कवि होने का गौरव प्राप्त है।

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भारतीय वाड़मय में महर्षि बाल्मीकि पहला व्यक्ति व ऋषि हैैं,जिन्हे आदि कवि होने का गौरव प्राप्त है - प्रो अवधेश कुमार झा 3वेद विज्ञान अनुसंधान संस्थान सिमरिया धाम के निदेशक डॉ विजय कुमार झा ने कहा कि मिथिला वासी आज भी हनुमान व सीता संवाद की भाषा मधुरेगिता को ही मैथिली आदि रुप मानता है। प्रो प्रेम कुमार झा ने कहा कि आज भी इनका साहित्य जन जन के ह्रदय में स्थान बनाये हुए हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ घनश्याम झा ने किया। वहीं आगत अतिथियों का स्वागत व्यवस्थापक रविन्द्र ब्रह्मचारी द्वारा किया गया। वहीं मौके पर स्वस्तिवाचन आचार्य नारायण झा, पंडित वरुण पाठक, दिनेश झा के द्वारा किया गया।

भारतीय वाड़मय में महर्षि बाल्मीकि पहला व्यक्ति व ऋषि हैैं,जिन्हे आदि कवि होने का गौरव प्राप्त है - प्रो अवधेश कुमार झा 4मौके पर संस्थान के उप निदेशक विनय कुमार झा, सचिव सुधीर चौधरी, रोचकानंद वत्स, महासचिव राज किशोर सिंह, सचिव दिनेश प्रसाद सिंह, कोषाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह, वरिष्ठ सदस्य सुशील कुमार चौधरी, नृपेन्द्र सिंह, मीडिया प्रभारी नीलमणि रंजन, श्याम सनातन, राम भारद्वाज, पण्डित दीपक कुमार, हरिनाथ मिश्र, मधुसूदन मिश्र, उषा रानी अध्यक्षा सर्वमंगला शक्ति समिति आदि उपस्थित थे।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

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