विरोध और मजदूर को कमी के बीच 10 दिन की मिली मोहलत
डीएनबी भारत डेस्क

नालंदा-परवलपुर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद रामवृक्ष प्रसाद के घर पर प्रशासन का बुलडोजर चला। उनके घर के एक हिस्से को मशीन से गिरा दिया गया। मजदूर उपलब्ध नहीं रहने के कारण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूरी नहीं हो पायी। 10 दिन में अतिक्रमण हटाने का समय दिया गया है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पांच घरों पर होनी है।
सीओ मोहित सिन्हा का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गयी है। वहीं, मुख्य पार्षद का आरोप है कि डीसीएलआर ने फिर से मापी करवाने का आदेश दिया है। सीओ उनका आदेश भी नहीं मान रहे हैं।सीओ अपने साथ औंगारी, पीर बिगहा व अन्य थानों की पुलिस व जेसीबी मशीन के साथ कारवाई करने पहुंचे।जेसीबी मशीन की मदद से घर के एक हिस्से को गिराया जाने लगा। इस दौरान विरोध के भी स्वर सुनाई दे रहे थे। हालांकि, पुलिस की मौजूदगी में कार्रवाई पूरी की गयी। लोगों की भारी भीड़ जमा हो गयी।
मकान के एक हिस्से को गिराने के बाद मुख्य पार्षद ने कहा कि जेसीबी से कार्रवाई की गयी तो पूरा मकान गिर जाएगा। इस वजह से 10 दिन दिन की मोहलत दी गयी है। सीओ ने कहा कि पांच लोगों पर अतिक्रमणवाद की कार्रवाई करने का आदेश है। पांच लोगों को 19 अगस्त को नोटिस दी गयी थी। इसके बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो 13 सितंबर को कार्रवाई की जानकारी दी गयी।
डीएनबी भारत डेस्क