परिवार के लोगो को लगा की वो जिंदा है,और उसे बचाने के लिए परिवार के लोगो ने अपनी तरफ से हर वो कोशिश की
डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय सदर अस्पताल मे कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला जिससे हर किसी की आँखे नम हो गई। मौत से जिंदगी को बचाने के जूझते परिवार के लोगो ने दो घंटे तक हर वो कबायद की जिसे देखकर हर किसी की जुवान पर ईश्वर का नाम था और लोग ईश्वर से किसी चमत्कार की उम्मीद मे दुआ मांगते रहे,पर चमत्कार की उम्मीद लोगो की आँखों मे आंसू दे गया। दरअसल करेंट लगने से एक बेल्डिंग मिस्त्री बुरी तरह से घायल हो गया था जिसे परिवार के लोगो ने इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया जहाँ डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पर परिवार के लोगो को लगा की वो जिंदा है,और उसे बचाने के लिए परिवार के लोगो ने अपनी तरफ से हर वो कोशिश की जिससे वो मौत से लड़ सकते थे। पर होनी को कुछ और ही मंजूर था। बताते चले की इस दरम्ययान परिवार के लोगो ने मौत को हराने के लिए सदर अस्पताल मे ही दो घंटे तक मृतक के शरीर पर आटे की लेप चढ़ाकर, बेलन से उसके तलबे और शरीर को रगड़ते रहे। इस दौरान कई बार ऐसा लगा की अब मृतक जिंदा हो रहा है तो कई बार निराशा भी हाथ लगी पर लोगो ने हार नहीं मानी और अपनी कोशिश को जारी रखा।
पर अंत मे मौत ने परिवार और इस नजारे को देख रहे लोगो को अंदर से हिला दिया। जिसके बाद परिवार के लोगो की चित्कार और आंसुओ से पूरा सदर अस्पताल के वातावरण को गमगीन कर दिया। बताते चले की बेगूसराय सदर अस्पताल मे इलाज के लिए हर दिन सैकड़ो लोग आते है। कोई हंस कर यहाँ से जाता है तो कोई जिंदगी से रुखसत हो कर यहाँ से जाता है। पर यह पहलीबार है जब लोगो ने मौत से जिंदगी को बचाने के लिए इस तरह घंटों कोशिश की हो। यह अलग बात है की जिंदगी और मौत ऊपर वाले के हाथ मे है।
बताते चले की यह पूरा मामला रिफाइनरी थाना क्षेत्र के मोसादपुर गावं की है जहाँ के रहने वाले ललन शर्मा के पुत्र मनीष शर्मा वेल्डिंग मिस्त्री का काम कर अपने और अपने परिवार का भरण पोषण किया करता था। लेकिन आज अचानक से बेल्डिंग से दौरान मनीष शर्मा करेंट लगने से घायल हो गया। जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस संबंध मे संजीब शर्मा ने बताया की उन लोगो को लगा की उनका भाई जिंदा है इस लिए वो लोग अपनी तरफ से हर कोशिश करते रहे पर अंत मे उसकी मौत से वो लोग बहुत दुखी है।
डीएनबी भारत डेस्क