बिहार में छह हवाई अड्डों के निर्माण हेतु प्रारंभिक अध्ययन की मिली स्वीकृति
पहले चरण में बेगूसराय के उलाव, गोपालगंज के सबैया हवाई अड्डा का अध्ययन

डीएनबी भारत डेस्क
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि बिहार के छोटे शहरों में हवाई अड्डा निर्माण योजना के प्रारंभिक अध्ययन के पहले चरण में बेगूसराय जिले के उलाव हवाई अड्डा तथा गोपालगंज जिले के सबैया सैन्य हवाई अड्डा का अध्ययन कराया जाएगा। इस पर कुल 81.05 लाख रुपये खर्च करने की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है।
उन्होंने बताया कि अध्ययन-व्यय की यह राशि वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजटीय प्रावधान के अंतर्गत वहन की जाएगी। श्री चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार ने मधुबनी, वीरपुर, मुंगेर, वाल्मीकीनगर, भागलपुर एवं सहरसा में हवाई अड्डा निर्माण की संभावनाओं का आकलन करने के लिए पूर्व-व्यवहार्यता यानि प्रारंभिक अध्ययन (Pre-Feasibility Study) कराने का निर्णय लिया है। इस कार्य के लिए विशेषज्ञ संस्था भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airports Authority of India – AAI) को नामांकन के आधार पर चुना गया है। उन्होंने कहा कि नामांकन प्रक्रिया वित्त विभाग की अधिसूचना एवं निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुरूप की गई है,
क्योंकि इस क्षेत्र में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ही एकमात्र विशेषज्ञ संस्था है। प्रस्ताव के अनुसार, प्रति स्थल 40.52 लाख की दर से दोनों स्थलों के लिए राशि निर्धारित की गई है। मौके पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को धन्यवाद देते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव कुमार वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ मिलकर राज्य में हवाई यात्रा को बढ़ावा देने के लिए सरकार के द्वारा निरंतर प्रयास जारी है।
हवाई सेवा के विस्तार से जहां यात्रियों को सुविधाजनक हवाई सफर का लाभ मिलेगा वहीं इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। जिला अध्यक्ष राजीव कुमार वर्मा ने भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि बेगूसराय के सांसद लगातार बेगूसराय में हवाई अड्डे की मांग को लेकर प्रयासरत रहे हैं आज उनका यह प्रयास रंग लाया और बेगूसराय वासियों के बहु प्रतीक्षित मांग फलीभूत होता नजर आ रहा है।
डीएनबी भारत डेस्क