जिला परिषद सदस्यों का कहना है विकास कार्यों में रुचि नहीं लेते, 3 साल बाद भी योजनाओं के कार्यान्वयन में असफल
डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर के जिला परिषद अध्यक्ष खुशबू कुमारी पर सदस्यों ने अविश्वास लगाया है। 14 जिला परिषद सदस्यों द्वारा एक आवेदन जिला परिषद कार्यालय में जमा कराई गई है। सदस्यों ने जिला परिषद अध्यक्ष पर विकास कार्य में रुचि नहीं लेने का आरोप लगाया है।जिला परिषद सदस्य ममता कुमारी, अरुण कुमार, उर्मिला देवी, अनीता कुमारी, रिंकी कुमारी, मंजू देवी, किरण कुमारी, लक्ष्मी कुमारी आदि द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि लगभग तीन साल पूरा होने के बाद भी जिला परिषद समस्तीपुर के संकल्पना और योजनाओं के कार्यान्वयन में असफल रही। जिला परिषद सदस्यों के साथ मंत्रणा नहीं करती हैं।
मनमाने ढंग से कार्य करने, अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में साल में केवल एक दो बार ही 26 जनवरी और 15 अगस्त पर आने का आरोप लगाया है। इसके अलावा लोगों ने यह भी आरोप लगाया है कि योजना संचालन में वह मनमानी करती हैं। आरोप यह भी है कि जिला परिषद समस्तीपुर के वित्तीय और प्रशासनिक मामलों पर नियंत्रण नहीं रख रही।अध्यक्ष के रूप में निष्ठा पूर्ण अपने कर्तव्य के निर्वहन में वह नहीं रहती है।
इसके साथ ही सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया है कि जिला परिषद में योजनाओं की राशि पड़ी हुई है, लेकिन विकास कार्य पर खर्च नहीं किया जा रहा है।जिला परिषद सदस्य को जानकारी भी नहीं होती है। उनके क्षेत्र की योजनाओं के नाम पर राशि का उठाव तक कर लिया गया है। सदस्यों द्वारा अविश्वास की कॉपी डीएम के अलावा डीडीसी और जिला परिषद अध्यक्ष को भी दी गई है। जिला परिषद अध्यक्ष खुशबू कुमारी ने आरोपो को निराधार बताया है। उन्होंने कहा है कि दबाव की राजनीति के तहत उन पर अविश्वास के लिए आवेदन दिया गया है।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट