डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के वीरपुर प्रखंड के नौला गांव निवासी सह प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय जगदीशपुर में कार्यरत लगभग 57 वर्षीय शिक्षक सुबोध कुमार सिंह का असामयिक निधन सोमवार को देर रात हो गई। उनके निधन से शिक्षा जगत को बहुत बड़ा झटका लगा है।उनकी कर्मठता और ईमानदार छवि क्षेत्र के ईमानदार शिक्षकों के लिए प्रेरणा स्रोत थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही प्रखंड क्षेत्र के ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ गई तथा प्रखंड क्षेत्र के कई विद्यालयों में शोक भी मनाया गया।वे एक ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक के रूप में बच्चों के बीच बहुत लोकप्रिय थे।

इतना ही नहीं वे शिक्षक के प्रशिक्षक के रूप में भी जबरदस्त भूमिका निभाई। मास्टर ट्रेनर के रूप में जिला से लेकर राज्यस्तर तक उनकी योग्यता और विद्वत्ता को लोगों ने सराहना की। शिक्षक बनने से पूर्व वे एक वकील के रूप में भी उन्होंने कार्य किया।वे जीवन पर्यन्त संघर्षरत रहे। और शिक्षकों के बीच अपनी ईमानदार छवि को बरकरार रखा। शिक्षक रहते हुए भी वे पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।वे नियोजित शिक्षक के रूप में सेवा प्रारंभ की तथा बीपीएससी प्रधान शिक्षक के रूप में अंतिम रूप से चयनित हुए।

उनके निधन से मर्माहत उत्क्रमित मध्य विद्यालय अतरुआ के प्रधानाध्यापक विश्वनाथ साह, मध्य विद्यालय मेंहदौली के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार सिंह, शिक्षक सुमित कुमार भारती, विरदेव कुमार आदि ने गहरा दुःख जताते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। तथा कहा है कि उनके असामयिक निधन से प्रखंड के शिक्षा एवं शिक्षकों के लिए अपूर्णीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है। सुमित कुमार भारती ने कहा कि सुबोध जी एक कर्मठ, बहुत ही सुयोग्य, कर्त्तव्यपरायण, विद्वान एवं एक प्रखर वक्ता के रूप में एक अलग पहचान बनाई।वे शिक्षा जगत के अनमोल धरोहर व हमलोगों के प्रेरणा स्त्रोत थे।
बेगूसराय भगवानपुर संवाददाता गणेश प्रसाद की रिपोर्ट