नगर क्षेत्र में बीते दिनों से ई रिक्शा एवं टेंपो चालक से किया जा रहा था अवैध वसूली, विरोध करने पर उन्हें कोप भाजन का शिकार बनना पड़ा।
एजेंडा में कार्यपालक पदाधिकारी एवं कार्यालय द्वारा प्रस्ताव संख्या -10 में विरोध के स्थान पर पारित उल्ल्खित कर दिया गया है।

डीएनबी भारत डेस्क
मुख्य पार्षद नगर परिषद बीहट बबीता देवी ने अपने शशक्त कमिटी के सदस्य अशोक सिंह, नेहा पटेल, बबीता कुमारी के साथ शनिवार की शाम नगर परिषद बीहट क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर दो स्थित वार्ड पार्षद प्रमिला देवी के आवास पर नगर परिषद बीहट में बीते दिनों ई रिक्शा एवं टेंपो स्टेंड की निविदा को लेकर हुए विवाद पर प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि यह निविदा प्रकिया के तहत नहीं किया गया है , तथा इसके आर में अवैध वसूली का कार्य शुरू कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि सामान्य बोर्ड और सशक्त कमिटी के बिना अनुमति प्राप्त किए विधि विरुद्ध जाकर बीते 13 मई को कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप ने निविदा किया है। जिसमें उपमुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप सहित अन्य उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप बिना सशक्त कमिटी और मुख्य पार्षद को निविदा से संबंधित जानकारी दिए निविदा की प्रक्रिया आरम्भ कर दिया। इसके साथ ही निविदा की विज्ञापन भी प्रकाशन समाचार पत्रों में प्रकाशित कारवाई गई थी। जिसके बाद 4 मई को निविदा की तिथी निर्धारित किया गया था। जिस निर्धारित तिथी पर निविदा की बोली नहीं हो पाई। जिसपर कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप ने पुनः अपने स्तर से 8 मई को रखा जिसे भी रद्द कर दिया गया था फिर निविदा की बोली का तिथि 13 मई को निर्धारित किया गया था। उन्होंने विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि बीते माह 11 अप्रैल को हुए सशक्त कमिटी की बैठक में उपमुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार द्वारा प्रस्ताव में अन्य निकायों की भांति नगर परिषद बीहट में भी ई रिक्शा एवं टेंपो स्टेंड, सार्वजनिक शौचालयों, विज्ञापन स्थल पर विज्ञापन लगाने की अनुमति, बिना अनुमति विज्ञापन लगाए जाने पर दण्ड वसूली, ई रिक्शा परमिट शुल्क इत्यादि हेतु शैरात किया जाना आवश्यक है।
यह प्रस्ताव लाया गया जिसे सर्वसम्मति से सदस्यों द्वारा उक्त प्रस्ताव का विरोध किया गया था। परंतु एजेंडा में कार्यपालक एवं कार्यालय द्वारा प्रस्ताव संख्या -10 में इसे सर्वसम्मति से विरोध के स्थान पर पारित उल्ल्खित कर दिया गया है। नगर परिषद बीहट में कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप एवं सदर एसडीओ राजीव कुमार द्वारा आपसी मिलीभगत से अफ़सर शाही चलाया जा रहा है। जिसका हम अपने शशक्त कमिटी की ओर से निंदा करते हैं। इसके लिए भर्त्सना करते हुए वरीय पदाधिकारियों को पत्राचार किया जाएगा। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि सामान्य बोर्ड एवं सशक्त कमिटी द्वारा प्रस्ताव में लेकर सर्वप्रथम स्टेंड के लिए स्थान चिन्हित किया जाएगा। ई रिक्शा एवं टेंपो, छोटे बड़े वाहनों के लिए पार्किंग और स्टैंड का निर्माण कराया जाएगा फिर निविदा की प्रक्रिया विधि सम्मत आरम्भ किया जाएगा। ऐसे तत्काल प्रभाव से निविदा प्रकिया को शिथिल कर दिया गया है।
वहीं प्रेस वार्ता में शामिल हुए सशक्त कमिटी के सदस्य अशोक सिंह ने कहा कि हम पहले सुविधा मुहैया कराएंगे फिर टैंडर की प्रक्रिया में जायेंगे। पर हमारे कार्यपालक पदाधिकारी ने प्रस्ताव को ही अनुमति मानकर निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दिया जो सरासर गलत है। प्रस्ताव में कोई भी सदस्य अपनी जानकारी रख सकते हैं पर वह अनुमति प्राप्त नहीं माना जाएगा। अनुमति प्राप्त करने के लिए विधि सम्मत कारवाई करना होता है। ऐसा लगता है कि कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप पूर्व से ही ऐसा करते आ रहे होगें। जो नगर परिषद बीहट में नहीं लागू होगा। वह हर किसी को ओर हर जगह प्रस्ताव की कांपी दिखाते हैं कि यह प्रस्ताव में लाया गया है। वहीं नेहा पटेल ने कहा कि कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप मनमाने तरीकों से नगर निकाय बीहट को चलाना चाहते हैं। वह इसके लिए मुख्य पार्षद, सशक्त कमिटी को भी बताना मुनासिब तक नहीं समझते हैं तो सामान्य वार्ड पार्षद को कितना तरजीह देते हैं इससे आप सब स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं।
वहीं बबीता कुमारी ने भी कहा कि कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप नियमों का पालन किए बग़ैर किसी भी प्रकार से निविदा का कार्य किए हैं वह अवैध है। इसी अवैध निविदा के आर में कार्यपालक पदाधिकारी की मिलीभगत से अवैध वसूली का कार्य शुरू कर दिया गया था। जिसका हम घोर निंदा करते हैं। इसके लिए इनपर कारवाई के लिए उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया जाएगा। वहीं मौके पर उपस्थित वार्ड पार्षद प्रमिला देवी के प्रतिनिधि सह पूर्व वार्ड पार्षद राहुल कुमार ने कहा कि अवैध निवादा और अवैध वसूली पर तत्काल प्रभाव से रोक को लेकर नगर निकाय के मुख्य पार्षद बबीता देवी द्वारा उठाया गया मुद्दा काफ़ी सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि अवैध वसूली का पुरजोर तरीके से ई रिक्शा चालक एवं टेंपो चालकों ने भी विरोध किया है। जिसपर तत्काल प्रभाव से संज्ञान लिया गया है। जानकारी प्राप्त हुई है कि अवैध वसूली के दौरान झड़प भी हुई है जो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, जो काफ़ी निंदनीय है।
जिसकी कितनी भी भर्त्सना की जाए कम ही होगी। वहीं दुसरी ओर एक अन्य वार्ड पार्षद प्रतिनिधि ने आयोजित प्रेस वार्ता पर अपनी ओर से प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जब समाचार पत्रों में निविदा प्रकाशित हुई थी तब मुख्य पार्षद और सशक्त कमिटी कहां थे। तभी से निविदा प्रकिया का विरोध कर दिया जाता तो बात इतनी आगे नहीं बढ़ती। लोग निविदा प्रकिया में बोली नहीं लगाते। आज डेढ़ लाख की निविदा को अधिक बोली लगाकर स्थानीय संवेदक ने वर्चस्व की लड़ाई में 90 लाख रुपए में निविदा अपने नाम किया। जिसपर 18% जीएसटी, स्टांप शुल्क और अधिकार सहित 28% जोड़कर कुल 1 करोड़ 15 लाख 20 हजार रुपया हो गया। हालांकि उन्होंने ने भी कहा यह निविदा होनी ही नहीं चाहिए थी। ऐसे तत्काल प्रभाव से जिला प्रशासन द्वारा इसपर रोक लगा दिया गया है। जिसके बाद से स्थिति सामान्य होती नज़र आ रही है।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट