डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के वीरपुर में भले हीं विज्ञान और तकनीक की इस चकाचौंध में लोग मंगन रहते हों। लेकिन प्रकृति पर नियंत्रण कर पाना अब भी मुश्किल हीं नहीं असंभव जैसा प्रतीत दुर दुर तक देखने जैसा लग रहा है। तभी तो शनिवार को देर रात लगभग 12 बजे में प्रखंड क्षेत्र के नौला, डीह, भवानंदपुर, वीरपुर पूर्वी, वीरपुर पश्चिम, गेंन्हरपुर, जगदर और पर्रा पंचायत में फ़सल समेत आबादी वाले क्षेत्रों में कुदरत ने लगभग आधे घंटे तक जम कर कहर बरपाया जिससे करोड़ो रुपए से अधिक के नुकसान हो जाने कि अनुमान लोगों के द्वारा लगाया जा रहा है।

इस संबंध में प्रखंड व थाना क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों समेत बुद्धि जीवीयों ने बताया कि आज के जुग में विज्ञान और तकनीक विकास तो किया है। लेकिन प्राकृतिक आपदाओं को नियंत्रित करने में अब भी फिसिडि है। लोगों ने बताया कि देर रात में आए आंधी और बारिश ने जिस तरह से कमई ,आम,लिची, कटहल,केला, गेंहू, सब्जी आदि को बर्बाद किया है उससे किसानों के करोड़ों रुपए का नुक़सान तो हुआ ही है।
इसके अलावे भवानंदपुर पंचायत के वार्ड नं 8 के संजीत दास, गेंहरपुर पंचायत के वार्ड नं 10 जिंदपुर निवासी खलठु सहनी समेत कई अन्य लोगों के घरों पर वृक्ष के गिर जाने से घर समेत लाखों रुपए मुल्य के समान बर्बाद हो गये हैं।गनिमत तो यह है कि लोग प्राकृतिक उत्पात के रुख़ को समझते हुए सचेत रहें नही तो बरे पैमाने पर जान माल की भी भारी नुक्सान हो सकती थी।
इस संबंध में थाना व प्रखंड क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन व राज्य सरकार से इस प्राकृतिक आपदा में हुए नुकसान का स्थलीय जांच कर किसानों के सभी तरह के लोन माफ, और उचित मुआवजा देने कि मांग को किया है। लोगों ने यह भी बताया कि रात में आए आंधी तूफान में बिद्धुत तार और पोल पर गिर जाने से 16 घंटों से अधिक समयों से आपुर्ती ठप है जिससे पानी की समस्या और मोबाइल चार्ज की समस्या उत्पन्न हो गया है।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट