डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर में राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत खोदावंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार को आशा कर्मीयों की बैठक आयोजित किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार की ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने आशा कर्मियों फायलेरिया उन्मूलन को लेकर दिशा निर्देश दिया। साथ ही उन्हें आदेशित किया कि अपने पोषक क्षेत्र में घर घर जाकर आमलोगों फायलेरिया के प्रति जागरूक करें। साथ ही उम्र के हिसाब से लोगो को दवा का सेवन करावें।

उन्होंने बताया कि खोदावंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य के अन्तर्गत फाइलेरिया उन्मूलन के कार्यक्रम 10 फरवरी से 17 फरवरी तक चलेगा। घर जाने के आशाकर्मी दो से पांच वर्ष तक के बच्चो को एक एलबेंडाजोल व एक डीइसी, आइवर्मेक्टिन, छः वर्ष से चौदह वर्ष के बच्चो को एक एलबेंडाजोल, दो डीईसी व आइवर्मेक्टिन तथा 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को एक एलबेंडाजोल व तीन डीईसी व तीन आइवर्मेक्टिन टेबलेट का सेवन करवाना है। इसके अलावे दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिला व गंभीर रूप से बीमार लोगो को यह दवा नही देना है।
एहितीयत के तौर पर उन्होंने बताया कि दवा सेवन के दौरान किसी व्यक्ति को उल्टी या सर में चक्कर आता है तो वैसे व्यक्ति को चिह्नित करने की जरूरत है। क्योंकि ऐसे व्यक्ति को फाइलेरिया का लक्षण शुरु हो चुका है। इसलिए अपने घर के आस पास के इलाके को हमेशा साफ रखे, जल जमाव न होने दे। मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक सत्यदर्शी कुमार, बीसीएम वकील मोची, डब्लू एच ओ प्रतिनिधि प्रेम कुमार, नीरज कुमार, यूनिसेफ के रंजीत कुमार समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी एवं आशाकर्मी मौजूद थे।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट