बेगूसराय के सिमरिया में 110 वीं जयंती पर याद किए गए क्रांतिकारी कवि शक्र

DNB BHARAT DESK

बेगूसराय/बीहट-जगत क्यों देखता आश्चर्य से रफ्तार मेरी, किसी ने क्या कभी चलती नदी की धार फेरी? मुझे मालूम है कि मैं खंजरों पर चल रहा हूं उजाला मार्ग में करने स्वयं मैं बल रहा हूं। पंक्ति के रचयिता व कलम के मजदूर नाम से प्रसिद्ध चर्चित क्रांतिकारी कवि वर रामावतार यादव शक्र की 110 वीं जयंती पर शुक्रवार को शक्र के पैतृक घर सिमरिया दो पंचायत के रुपनगर दुर्गा स्थान चौक स्थित शक्र के स्मारक पर साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों व पंचायत वासियों ने मनाया।इस दौरान उन्हें माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दिया।

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बेगूसराय के सिमरिया में 110 वीं जयंती पर याद किए गए क्रांतिकारी कवि शक्र 2 इस दौरान जीप सदस्य नीतीश कुमार, सिमरिया दो पंचायत के मुखिया अमृता कुमारी, अमरपुर मुखिया सचितानंद सिंह, सिमरिया एक पंचायत के पूर्व मुखिया कृष्ण कुमार शर्मा, नागरिक संवाद समिति के सह संयोजक नवल किशोर सिंह, मैथिली कवि सचिदानंद पाठक, ललन लालित्य, श्याम नंदन निशाकर, दिनकर पुस्तकालय के अध्यक्ष विशंभर सिंह, रामनाथ सिंह, संजीव फिरोज, प्रवीण प्रियदर्शी, विजय कुमार चौधरी, कृष्ण नंदन यादव, रामानंद प्रसाद यादव, उदयकांत यादव, गंगाधर पासवान, अशोक पासवान, अविनेश कुमार, चितरंजन कुमार, मुलानंद, राजू यादव, राहुल समेत कई अन्य लोग मौजूद थे।

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