बछवाड़ा में हो कारखाना और डिग्री कॉलेज का निर्माण – रामोद कुंवर
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के बछवाड़ा में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) बछवाड़ा मंसूरचक अंचल इकाई के द्वारा शहीद पखवाड़ा के आखिरी दिन अमर शहीद कॉमरेड भासो कुंवर का श्रद्धांजलि सभा का आयोजन गुरुवार को लोहिया रेलवे मैदान बछवाड़ा में किया गया। सभा से पूर्व बछवाड़ा,मंसूरचक, भगवानपुर से आए नेता और कार्यकर्ताओं ने शहीद स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपने दिवंगत नेता कॉमरेड भासो कुंवर के प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। शहीद स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर जुलूस के रूप शहीदों तेरे अरमानों को मंजिल तक पहुंचाएंगे, शहीद कॉमरेड साथी अमर रहे, कॉमरेड रामोद कुंवर जिंदाबाद, हमारा नेता कैसा हो रामोद कुंवर जैसा हो का नारा लगाते हुए सभा में तब्दील हो गया।
सभा की अध्यक्षता पूर्व जिला परिषद सदस्य सह गंगा भासो नंदनी जनजागरण समिति के अध्यक्ष रामोद कुंवर ने किया। संचालन डीवाईएफआई अंचल मंत्री मंसूरचक कॉमरेड मोनाजिर हसन ने किया। सभा को संबोधित करते हुए माकपा के राज्य सचिव मंडल सदस्य गोपाल ठाकुर ने कहा कि जिला से प्रखंड क्षेत्र तक भ्रष्टाचार का सवाल हो गरीब गुरबों के अधिकार का सवाल हो, चाहे महिला उत्पीड़न का सवाल हो, चाहे किसानों के लिए खाद बीज का सवाल हो इन तमाम सवालों को लेकर संघर्ष करना ही उन शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। हम उनके बताए रास्ते पर चलकर गरीबों के अधिकार के लिए आवाज उठाना व संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे।
वही पूर्व जिला परिषद सदस्य सह गंगा भासो नंदनी जनजागरण समिति के अध्यक्ष रामोद कुंवर ने कहा कि हमारे प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोगों के सहयोग से आमजन की समस्या को लेकर संघर्ष करते हुए कई मामलों में जीत हासिल किए। आज लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या बिजली विभाग की है। गरीब गरबा लोग एक से दो बल्ब जलाते हैं लेकिन उनका बिजली बिल एक लाख डेढ़ लाख आता है। वह गरीब लोगों को अपना बिल सुधरवाने में पैर खींस जाते हैं। अगर सुधार भी होता है तो बिचौलियों के माध्यम से आधा करवाकर उससे भी आधी राशि बिचौलिया और पदाधिकारी मिलकर बांट लेते है। हमें इनके खिलाफ आंदोलन करने की जरूरत है।
आज बीपीएससी परीक्षा होने से पूर्व ही प्रश्न पत्र लिख हो रहे है। जब छात्र इसका विरोध करते हैं तो उन्हें लाठी से न्याय दिया जाता है। आज बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। सिर्फ बछवाड़ा विधानसभा में ही चालीस से पचास हजार युवा बेरोजगार हैं। अगर बछवाड़ा के अंदर रेलवे की खाली पड़ी जमीन और अन्य कारखाना लगा दिया जाए तो बहुत हद तक इस समस्या को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज नहीं हैं। यहां के बच्चों को समस्तीपुर और बेगूसराय जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि विकास के सवाल पर कोई राजनीति करना ठीक नहीं है, बल्कि विकास के लिए सभी राजनीतिक दल को एक मंच पर आना चाहिए।
जिससे क्षेत्र का समुचित विकास हो सके। विकास के लिए सभी को एक मंच पर आकर आंदोलन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी साथियों को आज से क्षेत्र में जाकर संगठन को मजबूत करने की आवश्यकता है। अगर हम अपना संगठन मजबूत करेंगे तभी कोई बड़ी लड़ाई लड़ सकते हैं। सभा को संबोधित करते हुए पूर्व जिला कमिटी सदस्य उमेश कुंवर कवि ने कहा कि आज देश भगवाधारी मनुवादियों के हाथों में है। देश को आजाद कराने वाले शहीदों का अपमान कर रही है। उनके पार्टी के सांसद कंगना रनौत कहती है कि देश 2014 में आजाद हुआ है। मोहन भागवत कहते है कि देश का संविधान बदल कर मनुवाद लागू किया जाए।
यह सरकार बड़े कारपोरेट घरानों के हाथों की कठपुतली बन गई है। कुछ उद्योगपतियों के हाथ में पूरा बागडोर है। आज अमीर अमीर हो रहे है तो गरीब और भी गरीब होते जा रहा है। हमे आज इस पर विचार करने की जरूरत है। देश के गंगा जमुनी तहजीब को बचाने के लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी देंगे। वही पूर्व राज्य कमिटी सदस्य आदित्य नारायण चौधरी, रामानंद साह, कुंदन कुमार, मो कासिम, उमेश सिंह, उपेंद्र राम समेत अन्य लोगों ने संबोधित करते हुए कहा कि बछवाड़ा की धरती शहीदों की धरती रही हैं। यहां गरीबों मजदूरों मजलूमों को अधिकार दिलाने की लड़ाई में एक दर्जन से अधिक साथियों ने अपनी कुर्बानी दी है।
आज देश में संघर्ष करने वाले सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। मलाई खाने वाले लोकसभा और विधानसभा को सुशोभित कर रहे हैं। हम सभी लोगों की राज्य कमिटी से मांग करते हैं कि शहीद पुत्र रामोद कुंवर को उम्मीदवार बनाया जाए। अगर पार्टी इस पर विचार नहीं करती हैं तो हम सभी लोग अपना उम्मीदवार बनाएंगे। मौके पर विजय शंकर सिंह, विट्टू सिंह, बैजनाथ महतो, राम उदगार राय, रामबालक दास, रामविलास पासवान, मेघन पासवान,गणेश कुमार, प्रमोद महतो, राम जानकी पासवान समेत सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बेगूसराय बछवाड़ा संवाददाता मनोज कुमार राहुल की रिपोर्ट