डीएनबी भारत डेस्क
पटना/महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस जयंती के अवसर पर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के द्वारा पटना विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार पर पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने,अविलंब छात्र संघ चुनाव कराने,पीएचडी पैट का हर वर्ष परीक्षा लेने,केंद्रीय पुस्तकालय को 24×7 खोलने,शोधार्थियों को 25 हजार वजीफा देने सहित अन्य शैक्षणिक मांगों को लेकर आक्रोशपूर्ण धरना प्रदर्शन किया गया।प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार के ख़िलाफ़ खूब नारे लगाए।
बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में भी चरणबद्ध आंदोलन को जारी रखने की बात कही।संगठन के छात्र नेताओं से विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर मनोज कुमार वार्ता करने आए तो छात्र भड़क गए और कुलपति को बुलाने की मांग करने लगे और प्रॉक्टर को वापस लौटा दिया।धरना सभा की अध्यक्षता संगठन के संयुक्त राज्य सचिव राकेश कुमार ने की।धरना को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव अमीन हमजा ने कहा कुलपति संवेदनहीन हैं।उनका रवैया छात्रविरोधी है।
आंदोलन कर रहे छात्रों से बात करने की जगह वो विश्वविद्यालय कैंपस से फरार हो गए हैं।हमारा संगठन पटना विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक विरासत से खिलवाड़ करने वाले कुलपति के ख़िलाफ़ चरणबद्ध आंदोलन करेंगा।उन्होंने कहा पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने को लेकर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी झूठा ट्वीट करते हैं और सरकारी छात्र संगठन विद्यार्थी परिषद के लोग विभिन्न जगहों पर खुशी मनाते हैं ये शर्मनाक हड़कत है।राज्य सहसचिव सुधीर कुमार तथा बेगूसराय जिला सचिव सत्यम भारद्वाज ने कहा छात्र आंदोलन से जन्म लेने वाले नेता ही अब छात्र संघ चुनाव में बाधा बने हुए हैं।हमारा संगठन नियमित छात्र संघ चुनाव कराने का पक्षधर रहा है।
पटना जिला सचिव मीर सैफ अली तथा छात्रा नेत्री शबीना खातून ने कहा बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में हमारा आंदोलन जारी है,निर्णायक फैसला आ जाने तक हम इस आंदोलन में डटे रहेंगे।संगठन के पूर्व राष्ट्रीय सचिव विश्वजीत कुमार,छात्र नेता सुशील उमराज,राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रकाश कुमार,कैसर रेहान,अमरेश कुमार,प्रशांत सुमन,बिट्टू भारद्वाज,तौसीक आलम,पूर्व जिलाध्यक्ष अक्षय कुमार आदि ने भी संबोधित किया।मौके पर आशीष कुमार,सन्नी, प्रशांत सुमन, कुमारी,प्रीति,खुशबू,अंकित सिंह, अमरजीत कुमार सहित दर्जनों छात्र छात्रा मौजूद थे।आइसा छात्र संगठन के नीरज कुमार ने भी आंदोलन का समर्थन किया।
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