नालंदा जिले के अधिकारियों के मनमानी रवैए से नाराज जिला परिषद सदस्यों ने खोला मोर्चा, आमरण अनशन की दी चेतावनी

DNB Bharat Desk

- Sponsored Ads-

नालंदा जिला परिषद के सदस्यों ने आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है। उनका आरोप है कि इलाके में विकास कार्यों के लिए भेजी गई राशि का भुगतान जिला प्रशासन द्वारा समय पर नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण इलाके में विकास का कार्य पूरी तरह से रुक गए हैं। यह जानकारी जिला परिषद के सदस्यों ने शुक्रवार की शाम 5 बजे एक प्रेस वार्ता में दी।

नालंदा जिले के अधिकारियों के मनमानी रवैए से नाराज जिला परिषद सदस्यों ने खोला मोर्चा, आमरण अनशन की दी चेतावनी 2जिला परिषद के सदस्य बताते हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री विकास कार्यों के लिए उचित राशि भेजते हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन द्वारा उसका भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिसके चलते कई महत्वपूर्ण योजनाओं का काम अटका हुआ है।जिला परिषद में कमीशन खोरी और अफसरशाही चरम पर है। उन्होंने यह भी कहा कि इस स्थिति के कारण जनता उनके पास कई सवाल लेकर आती है, जो उनके लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। सदस्यों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों का समाधान शीघ्र नहीं किया जाता है, तो वे सामूहिक इस्तीफा देंगे और इसके बाद आत्मदाह करने का कदम उठाएंगे।

नालंदा जिले के अधिकारियों के मनमानी रवैए से नाराज जिला परिषद सदस्यों ने खोला मोर्चा, आमरण अनशन की दी चेतावनी 3उनका कहना है कि विकास कार्यों में रुकावटें आने से न सिर्फ क्षेत्र का विकास प्रभावित हो रहा है, बल्कि जनता की समस्याओं का समाधान भी नहीं हो पा रहा है।सदस्यों ने नीतीश कुमार से तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है ताकि क्षेत्र में विकास कार्य फिर से शुरू हो सकें और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए उन्हें सक्षम बनाया जा सके।

Share This Article