बिहार के नम्बर वन बेगूसराय सदर अस्पताल की घटना
डीएनबी भारत डेस्क
बिहार के नंबर वन अस्पताल में शुमार बेगूसराय सदर अस्पताल में मरीजों के इलाज में लापरवाही का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। मामले में मरीज का आरोप है कि चोट लगने से उसके सीने में दर्द की शिकायत करने पर डॉक्टर ने उन्हें पैर का एक्सरे कराने को कहा। जब मरीज ने सीने में दर्द की शिकायत पर पैर का एक्सरे कराने का कारण पूछा तो डॉक्टर ने बुजुर्ग मरीज के साथ बदसलूकी कर वहा से भगा देने का आरोप लगाया है।
इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक के नहीं मिलने पर बुजुर्ग ने डॉयल 104 पर अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए रूम नंबर 13 में तैनात एक डॉक्टर और सदर अस्पताल मे मरीजों के इलाज भगवान भरोसे होने का आरोप लगाया है । पीड़ित मरीज की पहचान बीरपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले विश्वनाथ पोद्दार के रूप में हुई है। घटना के संबंध में विश्वनाथ पोद्दार ने बताया कि बुधवार को वो ब्रेकर पार करने के दौरान मोटरसाइकिल से गिर गए थे। जिससे उनको जगह जगह चोट आई थी।
बीरपुर पीएचसी मे सामान्य इलाज के बाद उन्हें सीने में दर्द के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया गया। इसी क्रम मे बृहस्पतिवार को जब वो पुर्जा कटाकर रूम नंबर 13 में इलाज के लिए पहुंचे तो वहां मौजूद डॉक्टर ने चेस्ट में तेज दर्द की शिकायत को दरकिनार कर उनको पैर का एक्सरे लिख दिया। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि जब उन्होंने चेस्ट की जगह पैर के एक्सरे के संबंध में अपनी आपत्ति जाहिर की तो मौजूद डॉक्टर ने उनके सात बदसलूकी करते हुए उन्हें अपशब्द कहते हुए रूम से बाहर निकाल दिया।
जबकि वो पैर से बिल्कुल स्वस्थ और चल फिर सकने के लायक है। इस वक्त उन्हें सीने में तेज दर्द है जिसकी इलाज की जरूरत है।पीड़ित ने अस्पताल उपाधीक्षक के नहीं मिलने पर इसकी शिकायत डॉयल 104 पर की है जहां से उन्हें आवश्यक कारवाई का भरोसा मिला है।
डीएनबी भारत डेस्क