युवाओं के लिए रौशन बना मिसाल, परिवार का खर्च उठाते हुए बना दारोगा

 

डीएनबी भारत डेस्क

खोदावंदपुर अगर हौसला बुलंद हो और इरादा पक्का है तो असंभव कुछ भी नहीं। इसी को कर दिखाया है खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र के बरियारपुर पश्चिमी गांव के रहने वाले रौशन कुमार ने। रौशन का चयन पहले प्रयास में ही पुलिस सब इंस्पेक्टर पद के लिए हो गया।बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के वार्ड छह निवासी स्वर्गीय दशरथ रजक एवं नुनुवती देवी के कनिष्ठ पुत्र रौशन कुमार का चयन वर्ष 2023 में उत्पाद विभाग में सिपाही के पद पर हुआ था.

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रौशन की प्रारंभिक शिक्षा उत्क्रमित मध्य विद्यालय कन्या तारा से हुई, उसने वर्ष 2014 में राजकीयकृत किसान उच्च विद्यालय तारा बरियारपुर से मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास किया. रौशन ने वर्ष 2017 में शशि कृष्णा महाविद्यालय थतिया, रोसड़ा से प्रथम श्रेणी में इंटर की परीक्षा उतीर्ण किया. उसने गवर्नमेंट आईटीआई कॉलेज पनहांस, बेगूसराय से 2017 में आईटीआई की डिग्री भी ली.

उसके बाद जीडी कॉलेज बेगूसराय से वर्ष 2022 में स्नातक भी किया और वर्तमान समय में रौशन मध निषेध उत्पाद व निबंधन विभाग पालीगंज पटना में सिपाही के पद पर कार्यरत है।रौशन कुमार अपने दो भाइयों व दो बहनों में सबसे छोटा है. रौशन के पुलिस सब इंस्पेक्टर बनने पर उसकी मां नूनूवती देवी, बड़े भाई श्रवण रजक, भाभी शकुंतला देवी, बहन प्रजा कुमारी, बहनोई अनिल कुमार, कविता कुमारी, बहनोई ध्रुव कुमार में काफी खुशी है.

रौशन ने अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने ग्रामीण जालेश्वर ठाकुर, मां, गुरुजनों व दोस्तों को दिया है. रौशन के परिजनों ने बताया कि पिता की मृत्यु हो जाने पर रौशन को उसके पड़ोसी व ग्रामीण जालेश्वर ठाकुर ने सैलून की दुकान पर अपने साथ रखकर उसे बाल ढाढी बनाना सिखाया. वहां मिलने वाली पारिश्रमिक राशि से रौशन ने न केवल अपना पढ़ाई जारी रखा वरण परिवार का खर्च भी उठाया।

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट

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