कुछ स्वार्थी तत्वों की मनमानी के कारण रातगाँव पंचायत में विकास योजनायें ठप्प

DNB Bharat Desk

पंचायत के कुछेक स्वार्थी जनप्रतिनिधि आमसभा की अनदेखी कर गैर कानूनी तरीके से अपनी मनमानी चलाना चाहते हैं और निजी लाभ के लिये चुपके से मिल बैठकर मनमानी तरीके से योजनाओं का चयन कर सरकारी राशि की लूट खसोट मचाना चाहते हैं।

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय जिला के तेघड़ा प्रखण्ड अन्तर्गत रातगाँव पंचायत में वर्तमान पंचायती राज के कार्यकाल में सरकार की जन कल्याणकारी योजनायें मूर्तरूप नहीं ले रही है। लोगों का कहना है कि पंचायती राज के वर्तमान कार्यकाल में डेढ़ साल से अधिक समय के बीत जाने के बाद भी अब तक विकास योजनाओं के क्रियान्वयन पर ग्रहण लगा हुआ है

कुछ स्वार्थी तत्वों की मनमानी के कारण रातगाँव पंचायत में विकास योजनायें ठप्प 2

जिसके कारण जनता सरकारी विकास के लाभ से वंचित है और पंचायत के लोग अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। ज्ञात हो कि पंचायत में षष्टम वित्त आयोग एवं पंद्रहवीं वित्त आयोग की राशि पड़ी हुई है फिर भी विकास योजनाओं को मूर्तरूप नहीं दिया जा रहा है। पंचायती राज व्यवस्था में आमसभा को वृहत शक्ति प्रदान की गयी है ।

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किन्तु लोगों का कहना है कि पंचायत के कुछेक स्वार्थी जनप्रतिनिधि आमसभा की अनदेखी कर गैर कानूनी तरीके से अपनी मनमानी चलाना चाहते हैं और निजी लाभ के लिये चुपके से मिल बैठकर मनमानी तरीके से योजनाओं का चयन कर सरकारी राशि की लूट खसोट मचाना चाहते हैं। बिहार पंचायत राज अधिनियम में कोई ऐसा प्रावधान नहीं है कि कुछ वार्ड सदस्य और मुखिया आपस में मिलीभगत कर आमसभा और निगरानी कमिटी को दरकिनार करके मनमानी फैसला ले सकें क्योंकि पंचायती राज व्यवस्था में जनता की शक्ति सर्वोपरि है।

लोगों ने कहा कि पंचायत सरकारी नियम से चलेगा यहाँ किसी की मनमानी चलने वाली नहीं है। कुछ लोगों ने बताया कि पंचायत की मुखिया अनुसूचित जाति की होने का नाजायज फायदा उठाना चाहती है। इस सम्बंध में पंचायत निवासी काँग्रेसी नेता रविरंजन ने कहा कि पंचायत के विकास को अवरुद्ध करने वाले स्वार्थी तत्वों को पंचायत की जनता कभी माफ नहीं करेगी।

उन्होंने कहा कि पंचायत के विकास में बाधा डालने वाले वैसे स्वार्थी जनप्रतिनिधियों के खिलाफ मुख्यमंत्री बिहार, पंचायती राज मंत्री बिहार, जिलाधिकारी बेगूसराय, पंचायती राज पदाधिकारी बेगूसराय, अनुमण्डल पदाधिकारी तेघड़ा, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी तेघड़ा सहित अन्य जगहों में आवेदन देकर इस मामले की उच्चस्तरीय जाँच एवं उचित कार्रवाई की माँग की जा रही है। इधर पंचायत में विकास योजनाओं के ठप्प रहने से पंचायत की आम जनता में उबाल है तथा इस सवाल को लेकर आंदोलन के मूड में दिखाई दे रही है।

बेगूसराय तेघरा संवादाता शशि भुषण भारद्वाज की रिपोर्ट

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