डीएनबी भारत डेस्क
पंचायत स्तर से लेकर प्रखंड, जिला,राज्य व देश स्तर तक के जनप्रतिनिधियों पदाधिकारियों के द्वारा दवा किया जाता रहा है कि सुदुर देहात के गांवों में सब से निचले पायदान पर जिवन गुजर बसर करने वाले लोगों मोहल्लों, टोलों को प्राथमिकता के तौर पर मदद व विकास के लिए हम ये करेगें वो करेगें लेकिन जितने के बाद जनता से किए गए बांदे को तो नशेरीयों की तरह भूल हीं जाते हैं ।
शायद इसी कारण से बेगूसराय जिला से 15 किलोमीटर उत्तर नक्शल प्रभावित वीरपुर प्रखंड क्षेत्र के आम अवाम के साथ किए गए वादे को भी जनप्रतिनिधियों समेत पदाधिकारी भूल गए हों। प्रखंड क्षेत्र के जगदर, फजीलपुर, मुरादपुर, वीरपुर बाजार समेत गांव के अन्य टोले मोहल्ले,मुजफ्फा बस स्टैंड चौक,खुनिमा डाला,गोला चौक समेत वीरपुर पीएचसी परीसर भी हल्की सी बारिश में जल जमाव की समस्या से जूझने लगती है।
आपको बताते चलें कि पिछले शाल 2023 में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मेला के समय वीरपुर पकठौल पथ के फजीलपुर में जल जमाव से राह गिरों के द्वारा गांव के प्रति किए जा रहे अभद्र टिका टिप्पणी से तंग आकर रोड पर बांस बल्ला लगाकर आवा गमन को बाधित कर दिया था।तब के प्रखंड प्रमुख मीना देवी, वीरपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण कुमार निराला, अंचल कार्यालय के सीओ ललिता कुमारी, समेत पुलिस प्रशासन व विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने आश्वासन दिया था कि आप लोग रोड जाम को हटा लें।
आप लोगों को जल जमाव की समस्या से निजात दिलाया जाएगा।जो आज तक नहीं हुआ है ऐसे में यहां के लोग पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि के खिलाफ गोलबंद हो कर आर पार की लराई लरने की मुड बना रहे हैं तो इसमें किया आश्चर्य कि बात हो सकती है। ठीक इसी तरह नगर विधायक कुंदन कुमार सिंह, जीला पार्षद प्रतिनिधि रौशन चौरसिया,वीडियो अरुण कुमार निराला,सीओ ललिता कुमारी के अलावे डीह और भवानंदपुर पंचायत के जनप्रतिनिधियों और बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने मुजफ्फरा बस स्टैंड चौक से भवानंदपुर के इंदिरा गांधी चौक तक के लोगों को जल जमाव से निजात दिलाने के लिए 22 जून 21 को 18,42 लाख रुपए की लागत से रोड निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। जो अभी तक सुरू भी नहीं किया गया है।
ठीक इसी तरह वीरपुर के भी विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं सहित बीजेपी के नेताओं ने भी विधायक,विधान पार्षद और सांसद महोदय समेत जिला धिकारी से गांव को जल जमाव की समस्या से निजात दिलाने की गुहार कयी बार लगाया। पर समस्या जस की तस बनी हुई है।ऐसी प्रस्थिति में आम अवाम को चाहिए कि विधायक,विधान पार्षद, सांसद के चुनाव के समय साथ में वोट मांगने के लिए आए स्थानीय जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को किसी भी मंच पर,किसी भी समारोह में आते जाते रोके टोके हो सके तो चम्मचा गीरी करने से रोके तो हीं समस्या का समाधान और विकास सम्भव है।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट