डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के वीरपुर मे मानसून की वे रुखी से जहां प्रखंड क्षेत्र के किसानों के सामने जानवरों के लिए हरा चारा के लिए समस्या उत्पन्न हो गया है। वहीं खेतों में नमी रहने से खरीफ फसलों की बुआई के लिए किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए देखने को विवस हैं।

तो भी प्रखंड मुख्यालय के वीरपुर पूर्वी पंचायत और वीरपुर पश्चिम पंचायत को डिभाईड करने वाली मुख्य मार्ग जिसके लगभग एक किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में कहीं कम तो कहीं ज्यादा किचर युक्त जल जमाव नहीं जल प्रलय से आम आवाम बद से बद्तर जिंदगी जीने को विवस हैं। आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन।सब का साथ सब का विकास कहने वाली सरकार या स्थानीय जनप्रतिनिधियों समेत विधायक, सांसद या फिर बिना सोच के दुर्गामी विकास कार्यों की गुणवत्ता से संबंधित दस्तावेज को पास करने वाले लालची पदाधिकारी या फिर तारी पीने के नाम पर जनप्रतिनिधियों से पैसा लेकर वोट डालने वाले मतदाता।
वीरपुर बाजार के रास्ते आने जाने वाले राहगीरों समेत दुकानदारों ने इस संबंध में बताया कि जिस दिन ग्रामीण आक्रोशित हो जाएंगे उस दिन जनप्रतिनिधियों समेत पदाधिकारियों कि खैर कुशल इसी किचर युक्त पानी में पटक पटक कर पुछा जाएगा। लोगों ने यह भी बताया कि इसका असर विधानसभा चुनाव में अस्पष्ट दिखेगा।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट