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सीएए क़ानून से भारत के मुसलमानों का कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह क़ानून उन समुदाय के लोगों से जुड़ा हुआ है जो अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश से आए हुए हैं – रुमान अहमद साबरी

DNB BHARAT DESK

 

समस्तीपुर में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पुर्व प्रदेश प्रवक्ता रुमान अहमद साबरी ने CAA क़ानून लागू किए जाने पर प्रेस जारी कर इस क़ानून की स्थिति को साफ किया

डीएनबी भारत डेस्क

हिन्दुस्तान के मुसलमानों में सीएए को लेकर काफी डर का माहौल बना हुआ है. देशभर में इस कानून के खिलाफ लोगों ने एहतराज किया था. आखिरकार संसद में यह कानून पास हो गया. अब गृह मंत्रालय के एक बयान से सीएए की चर्चाएं और गर्म हो गई है. इसी बीच भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पुर्व प्रदेश प्रवक्ता रुमान अहमद साबरी ने CAA क़ानून लागू किए जाने पर प्रेस जारी कर इस क़ानून की स्थिति को साफ किया है.उन्होंने कहा, “यह क़ानून इंडियन गवर्नमेंट बहुत पहले लेकर आई थी और लागू करना चाहती थी.लेकिन हक़ीक़त को समझे बगैर मुल्क भर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन होने की वजह से लागू नहीं हो सका.

हालांकि, अब सरकार लागू करना चाहती है, इस क़ानून का अध्यन करने के बाद साफ तौर पर पता चला कि इस क़ानून से भारत के मुसलमानों का कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह क़ानून उन समुदाय के लोगों से जुड़ा हुआ है जो अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश से आए हुए हैं,  जो अभी भारत में रह रहे हैं लेकिन उनको अब तक नागरिकता नहीं मिली है, ऐसे लोगों को नागरिकता दी जाएगी. इस क़ानून में भारत में रह रहे करोड़ों मुसलमानों की नागरिकता पर कोई प्रशन चिन्ह नहीं उठाया गया है l मो साबरी ने आगे कहा,  “जो लोग मुसलमानों को डरा रहे हैं और गुमराह कर रहें हैं, उनको एक बार इस क़ानून को पढ़ लेना चाहिए फिर उसके बाद उनको समझ में आ जाएगा कि असल कानून की हक़ीक़त क्या है बग़ैर स्टडी किए कोई बात कहना मुनासिब नहीं है।

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सीएए क़ानून से भारत के मुसलमानों का कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह क़ानून उन समुदाय के लोगों से जुड़ा हुआ है जो अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश से आए हुए हैं - रुमान अहमद साबरी 2इससे मुसलमान भयभीत होते हैं और देश में अराजक्ता फैलती है। मो साबरी ने कहा इस कानून के द्वारा लोगों को नागरिकता दी जाएगी और किसी भी आदमी की नागरिकता नहीं छीनी जाएगी । उन्होंने आगे कहा, “इस क़ानून से मुसलमानों को घबराने और परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, कुछ सियासी लोगों का सिर्फ यह मक़सद रह गया है कि वह मुसलमानों का वोट ह़ासिल करने के लिए जज़्बाती, भड़काऊ और बेबुनियाद बयानबाज़ी करें, लेकिन अब सियासी ह़ालात बहुत बदल चुके हैं लोगों का झुकाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर हुआ है जो लोकसभा चुनाव में दिखने वाला है।

उन्होंने कहा कि, आज हमारा मुल्क “वसुधैव कुटुंबकम” की सभ्यता, अमन की बात कर रहा है. भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में शांति की दिशा में अहम रोल निभा रहा है। ऐसे में विपक्ष सीएए के जरिए अपने राजनीतिक फायदे के लिए मुसलमानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला है।सीएए से देश के मुसलमानों का कोई लेना-देना नहीं है। सीएए के जरिए मुस्लिम तबके को गुमराह किया जा रहा है । इसको लेकर मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं है।

समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट

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