बछवाड़ा में हो-हंगामे के बीच संपन्न हुई पंचायत समिति की बैठक
विधायक सुरेन्द्र मेहता ने कहा कि पंचायत समिति सदस्य को बराबर का अधिकार है इसलिए सभी पंसस सदस्य के बीच बराबर राशि का वितरण होना चाहिए
डीएनबी भारत डेस्क
बछवाड़ा प्रखंड मुख्यालय स्थित अंबेडकर भवन में मंगलवार को शोर शराबे के बीच पंचायत समिति की बैठक सम्पन्न हुआ. बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख राधा देवी ने किया. बैठक के दौरान स्थानीय विधायक सुरेन्द्र मेहता, वीडिओ अभिषेक राज,सीओ दीपक कुमार, बीपीआरओ विश्वनाथ सिंह,सीडीपीओ संगीता कुमारी,चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अलकामा, पीएचईडी जेई,एम्मओ पंकज कुमार,विद्युत विभाग के जेई अजय कुमार, उप प्रमुख धर्मेन्द्र यादव समेत विभिन्न विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे.
बैठक शुरु होते ही रानी तीन पंचायत के पंसस सदस्य सुधाकर मेहता ने सदन में कहा कि पंचायत समिति मद की राशि का बंदर बांट किया जाता है, किसी सदस्य को अधिक व किसी सदस्य को कम राशि दिया जाता है जबकि विगत एक वर्ष से करीब अस्सी लाख की राशि रखा हुआ है, उन्होंने कहा पंसस के द्वारा जो विकास का कार्य किया जाता है उस योजना का 35 प्रतिशत राशि पदाधिकारीयों के कमीशन में चला जाता है,
ऐसे में पंचायत का विकास संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री समाधान यात्रा के दौरान प्रखंड मुख्यालय पर चलाएं गये योजना की जांच के उपरांत ही राशि का आवंटन किया जाय,वही पंसस कमल पासवान ने कहा कि पिछले बैठक में जो प्रस्ताव दिया गया,उसकी समीक्षा के बिना ही बैठक शुरु किया जा रहा है,जबकि पिछले बैठक में लिए गये प्रस्ताव पर कार्यवाही की गई या नहीं सदन को नहीं बताया जा रहा है,दो महीने में पंसस की बैठक होना चाहिए लेकिन समय से बैठक नहीं किया जाता है.
पंचायत में लाखों रुपया खर्च कर नल-जल योजना का निर्माण किया गया लेकिन नल-जल योजना हाथी का दांत बनकर रह गया है. वही पंसस सदस्य पूजा कुमारी ने प्रखंड प्रमुख पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पोषक क्षेत्र में बिना हमारे अनुमति के साथ लाख का योजना चलाया गया, जबकि मेरे द्वारा योजना के लिए जो आवेदन दिया गया उस योजना को मंजूरी नहीं दिया गया.वही पंसस ओम प्रकाश ने प्रमुख पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत समिति मद में विगत वर्ष 2021 से 2023 तक कितना राशि का आवंटन हुआ, कितना राशि खर्च किया गया तथा कितना राशि बचा हुआ है,
इसकी जानकारी सदन को नहीं दिया गया तथा आज तक पंसस की बैठक में पिछले कार्यो की समीक्षा नहीं किया गया है, जो घोर लापरवाही को दर्शाता है. वही कादराबाद पसस हीना प्रवीण ने कहा कि पंचायत के विकास को लेकर जो योजना दिया जाता है उसमें मनमानी की जाती है जिससे विकास कार्य अवरूद्ध हो रहा है. उन्होंने कहा कि पंचायत में वंशावली बनाने का कार्य पंचायत सचिव को दिया गया है जबकि पंचायत सचिव पंचायत में नजर ही नहीं आते हैं और आम लोगो को भटकना पड़ता है. वही मुखिया का कहना था कि सरकार को विकास से मतलव नहीं है,
इसलिए सरपंच के बदले वंशावली बनाने का कार्य पंचायत सचिव को दिया गया है.वही चिरंजीवीपुर के मुखिया प्रभात कुमार ने कहा कि प्रखंड के विभिन्न पंचायत में पशुओ को लंम्पी बीमारी हो रही है जिससे किसान परेशान हैं, लेकिन पशु चिकित्सा पदाधिकारी इस पर कोई संज्ञान नही ले रहे हैं. जबकि पशुओ को पुर्व में टीका दिया जाता तो आज पशुओ को इन बीमारियों से बचाता जा सकता था. उन्होने बोरिंग समेत बिजली विभाग के लापरवाही के बारे में सदन को जानकारी दी.
वही अन्य मुखिया व पंसस के द्वारा आंगनवाड़ी,नल-जल योजना,बिजली की समस्या,किसानों की समस्या समेत अन्य समस्या को सदन में रखा गया.वही स्थानीय विधायक सुरेन्द्र मेहता ने कहा कि पंचायत समिति सदस्य को बराबर का अधिकार है इसलिए सभी पंसस सदस्य के बीच बराबर राशि का वितरण होना चाहिए, तथा पंसस के कार्यक्षेत्र में पंसस की सहमति के बिना कोई कार्य करना अवैध है,
उन्होंने कहा कि आपदा की समस्या को लेकर जल्द ही जनप्रतिनिधि जिलाधिकारी से मिलकर समस्या से अवगत कराने का काम करेगें. वही बीपीआरओ विश्वनाथ सिंह ने कहा कि 15वीं वित्त आयोग का 70 लाख व सष्ठम् का लगभग डेढ़ करोड़ रुपया रखा हुआ है, बैठक के उपरांत वैसे पंसस को योजना दिया जाएगा जिन्हें अभी तक बीस लाख का कार्य नहीं किया है,उसके बाद फिर राशि बचेगा तो राशि अन्य पंसस को दिया जाएगा.उन्होने बताया कि एक पंचायत सचिव को तीन से अधिक पंचायत का प्रभार दिया गया है इसलिए परेशानी हो रही है जल्द ही सभी पंचायत में पंचायत समिति दिया जाएगा.
मौके पर पंसस अरूण कुमार मित्र, सिकंदर कुमार, सरस्वती देवी,अमर कांत कुमार,मुखिया दीपांकर कुमार,संजय दास,रामदेव सहनी,नुतन देवी,टुनटुन पासवान,राम राय देवी,अमरजीत राय समेत विभिन्न पंचायत के मुखिया व पंसस मौजूद थे.
बेगूसराय बछवाड़ा संवादाता सुजीत कुमार की रिपोर्ट