प्रगति यात्रा में 228 करोड़ खर्च करने के बाद भी जनता से रहते हैं दूर
डीएनबी भारत डेस्क
कैमूर जिले के सर्किट हाउस भभुआ पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान बताया बीपीएससी के आंदोलन को कुछ लोग राजनीति चमकाने के चक्कर में हाईजैक कर चुके हैं। उनके इस कांड से छात्रों पर एफआईआर हुआ, लाठियां चली, जेल गए। अगर हम लोगों को क्रेडिट लेना होता तो गांधी मैदान भर देते। लेकिन छात्रों ने राजनीति से दूर आंदोलन को रखने की बात कही थी। हमने छात्रों के मुद्दे को लेकर दो बार मुख्यमंत्री को पत्र लिखा लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
नीतीश कुमार को राजद में आने के मामले पर पिताजी ने कहा था तो हम अपने पिताजी को समझाएं
मुख्यमंत्री टायर्ड है रिटायर्ड अधिकारियों के बदौलत सरकार चला रहे हैं। उनका यह प्रगति यात्रा नहीं बल्कि दुर्गति यात्रा है। इसमें बिहार का दो अरब 25 करोड़ 78 लाख रुपए खर्च हो रहा है। बिहार गरीब राज्य है यह पैसा कहां से आएगा। ईतना पैसा खर्च करने के बाद भी जनता से बात नहीं करते हैं। वह सिर्फ अपने कुछ ट्रेंड अधिकारियों से ही बात करते हैं।
उनको बोलने नहीं दिया जाता है। जब हमारे साथ सरकार उनकी बनी थी तो वह मीडिया से भी बात करते थे और जनता से भी। हमारे सरकार के दौरान कभी भी पेपर लीक नहीं हुआ हटने के बाद ही ऐसा हो रहा है। नीतीश जी के राज में शिक्षक समान काम समान वेतन की मांग कर रहे थे तो डंडा खा रहे थे । उनको हम राज्य कर्मी का दर्जा दिए।
सरकार को पता नहीं था की आई टी पॉलिसी, टूरिज्म पॉलिसी और स्पोर्ट पॉलिसी क्या होता है। यह सब हमने शुरू कराया और स्पोर्ट के तहत हमने नौकरी दिया। अब लोगों को पता चला पढ़ाई के साथ खेल भी बिहार में जरूरी है।
नीति आयोग रिपोर्ट के मुताबिक हमारा बिहार काफी पिछड़ा हुआ है हर क्षेत्र में हमारी सरकार बनी तो माई बहन योजना के तहत महिलाओं को सम्मान दिया जाएगा, 200 मिनट बिजली फ्री दी जाएगी, वृद्धा पेंशन और सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाया जाएगा।
कैमूर संवाददाता देवब्रत तिवारी की रिपोर्ट