समस्तीपुर: जातीय जनगणना पर जबरन श्रेय लेने का पाखंड कर रहा है विपक्ष – अंजुम आरा

DNB Bharat Desk

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समस्तीपुर परिसदन (अतिथि गृह ) में आयोजित एनडीए समस्तीपुर के संवाददाता सम्मेलन को पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने संबोधित किया। संवाददाता सम्मेलन का अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष उत्तरी नीलम सहनी एवं दक्षिणी के शशिधर झा ने संयुक्त रूप किया। संचालन जदयू जिलाध्यक्ष डॉक्टर दुर्गेश राय ने किया। सह संचालन रा०लो०मो० जिला अध्यक्ष विनोद चौधरी ने किया।हम जिला अध्यक्ष धीरज ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापन किया। संवाददाता सम्मेलन में पूर्व लोकसभा सांसद सह कार्यकारिणी सदस्य अश्वमेघ देवी ने प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा को शाल ,पाग देकर सम्मानित किया।

समस्तीपुर: जातीय जनगणना पर जबरन श्रेय लेने का पाखंड कर रहा है विपक्ष - अंजुम आरा 2संवाददाता सम्मेलन में अंजुम आरा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना का निर्णय के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया तथा बिहार से इसकी नींव रखने के लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को विशेष धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह समस्त बिहारवासियों के लिए गर्व का विषय है कि जातीय गणना जैसे ऐतिहासिक कदम की शुरुआत माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के दूरदर्शी नेतृत्व में बिहार से हुई। आज वही सोच और संकल्प राष्ट्रीय स्तर पर अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जो रास्ता दिखाया, अब देश ने अपनाया है।

समस्तीपुर: जातीय जनगणना पर जबरन श्रेय लेने का पाखंड कर रहा है विपक्ष - अंजुम आरा 3जातीय जनगणना के मुद्दे पर विपक्ष जबरन श्रेय लेने का पाखंड कर रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि इसकी पहल और बिहार में इसका संपूर्ण नेतृत्व माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि विपक्ष की भूमिका मात्र समर्थन देने तक सीमित रही है। जबकि इस ऐतिहासिक निर्णय की शुरुआत और क्रियान्वयन दोनों नीतीश सरकार द्वारा किए गए। उन्होंने यह भी कहा कि समर्थन देने और किसी पहल की शुरुआत करने में गहरा अंतर होता है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 में सबसे पहले श्री नीतीश कुमार ने यह मांग उठाई थी कि वर्ष 2021 की जनगणना जातीय आधार पर हो। इस विषय पर बिहार विधानसभा से सर्वसम्मति से प्रस्ताव भी पारित किया गया था, और उस समय राज्य में श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार थी। वर्ष 2022 में जब बिहार में पहली बार जातीय गणना का निर्णय लिया गया, तब भी एनडीए गठबंधन की सरकार थी।

समस्तीपुर: जातीय जनगणना पर जबरन श्रेय लेने का पाखंड कर रहा है विपक्ष - अंजुम आरा 4अंजुम आरा ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में यह चुनौतीपूर्ण कार्य न केवल सुचारु रूप से संपन्न हुआ, बल्कि समयसीमा के भीतर इसके आँकड़े भी सार्वजनिक कर दिए गए, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने यह भी उजागर किया कि इंडी गठबंधन की बैठक में जब श्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना को पहली प्राथमिकता देने का प्रस्ताव रखा, तब कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री श्रीमती ममता बनर्जी ने इसे नकार दिया।

भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की यह जन्मभूमि एव कर्मभूमि है राजद के लोगों ने उनका हमेशा ही अपमान किया यह लोग हमेशा ही आरक्षण विरोधी रहे हैं।

समस्तीपुर: जातीय जनगणना पर जबरन श्रेय लेने का पाखंड कर रहा है विपक्ष - अंजुम आरा 5अंत में उन्होंने दोहराया कि देश में जातीय जनगणना का श्रेय माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को जाता है, जबकि इसकी आधारशिला रखने और बिहार में इसे जमीन पर उतारने का श्रेय सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को। उन्होंने कहा कि जातीय गणना का मुद्दा प्रारंभ से ही हमारे नेता की प्राथमिकताओं में शामिल रहा है। इस मौके पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष मुकेश सिंह, जदयू जिला प्रवक्ता अनस रिजवान, सुबोध कुमार सिंह, सुनिल कुमार गुप्ता, तौहीद अंसारी, संजीत कुशवाहा,शुभकांत ठाकुर, आदि संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित रहे।

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