सिमरिया धाम में किसानों के जमीन में पार्किंग निर्माण से किसानो में आक्रोश,कसहा गांव के किसानों ने जिला प्रशासन के खिलाफ किया नारेबाजी

सिमरिया धाम के कुंभ द्वार से पूरब व दक्षिण तथा सिक्सलेन सड़क पुल से पश्चिम में ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक निर्माण,एनएच से गंगातट तक फोरलेन सड़क निर्माण तथा वाहनों के लिए पार्किंग निर्माण करने को लेकर जिला प्रशासन ने स्थल निरीक्षण किया था।

डीएनबी भारत डेस्क

सिमरिया घाट के किसानों के उनकी खतीयानी जमीन का अतिक्रमण कर जिला प्रशासन के द्वारा नए निर्माण किये जाने का विरोध किसानों ने किया है। जिला प्रशासन के द्वारा बुधवार को सिमरिया धाम के कुंभ द्वार से पूरब व दक्षिण तथा सिक्सलेन सड़क पुल से पश्चिम में ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक निर्माण,एनएच से गंगातट तक फोरलेन सड़क निर्माण तथा वाहनों के लिए पार्किंग निर्माण करने को लेकर जिला प्रशासन ने स्थल निरीक्षण किया था।

शुक्रवार को कसहा गांव के सैकड़ो किसानों ने अपने जमीन पर पहुंच जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। किसान दामोदर यादव, नागेंद्र यादव, नागमणि, बबलू यादव, राम उपकार सिंह,रामदीप यादव, भरत यादव,दरोगा प्रसाद आदि ने कहा कि खाता संख्या 458 व खेसरा संख्या 5086 व 5090 जो रेल ट्रैक व एनएच 31 के पूरब में किसानों के लगभग 54 बीघा जमीन है।

Midlle News Content

कहा कि मेरे खतीयानी जमीन पर जिला प्रशासन के द्वारा बार-बार अतिक्रमण कर किसानों को परेशान किया जाता है जबकि किसानों के पास उक्त जमीन के सारे दस्तावेज उपलब्ध है जबकि किसानों ने उक्त जमीन का ब्यौरा सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी, तो बरौनी अंचल ने आठ सितंबर 2020 को उक्त जमीन को गैर मंजरुआ खास बता कार्यालय में इस जमीन का कोई ब्यौरा मौजूद नहीं होने की लिखित जानकारी दी। किसान राम प्रवेश सिंह ने कहा कि 2014 में उक्त जमीन होकर पाईप लाइन बिछाने को लेकर हाई कोर्ट के निर्देश पर बेगूसराय सिविल कोर्ट में दायर मामले में बरौनी थर्मल व बरौनी रिफाइनरी उपस्थित हुई, लेकिन जिला प्रशासन का कोई प्रतिनिधि उपस्थित नहीं हुए,जबकि कोर्ट के द्वारा उनकी अनुपस्थिति को लेकर सभी आवश्यक करवाई की गई।

मुखिया प्रतिनिधि संजीव कुमार सन्नी ने कहा कि सिमरिया घाट में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में किसानों के बगैर सहमति लिए यह कहकर जिला प्रशासन के द्वारा बार-बार अतिक्रमण किया जाता है कि यह सारी जमीन सरकार की है। कहा कि किसानों के जमीन को बार-बार अतिक्रमण करने से वे लोग ठीक ढंग से खेती नहीं कर पा रहे हैं किसानों के पास जीविका के लिए उक्त जमीन के अलावे दूसरा कोई जमीन नहीं है।

किसान शशिभूषण यादव ने बताया कि वंदोवस्त द्वारा पूर्वज से ही प्राप्त उक्त जमीन को लेकर सारी दस्तावेज के साथ जब हम सभी किसान डीएम से मिले, तो डीएम ने किसानों के साथ न्याय करने का आश्वासन देते हुए इस मामले में बरौनी सीओ से जानकारी मांगने की बातें कही है। इस मौके पर किसान हरिकांत कुमार,त्रिभुवन ठाकुर,रंजीत यादव,अवधेश कुमार,संजीव कुमार समेत कई अन्य किसान मौजूद थे।

बेगूसराय बीहट संवादाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

 

- Sponsored -

- Sponsored -