आवारा कुत्तों का आंतक पिछले एक वर्ष से चल रहा है लेकिन स्थानीय प्रशासन अपना अपना पल्ला झाड़ने का काम कर रही है।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायत में आवारा कुत्तों का आंतक दिन प्रति दिन थमने का नाम नहीं ले रहा है, स्थिति यह है कि लोग बहियार जाना तो दुर अपने घर से निकलना मुश्किल हो गया है। आवारा कुत्तों का शिकार अब तक बछवाड़ा,भिखमचक,अरबा, रुदौली,रानी एक पंचायत के साथ लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं लगभग दो दर्जन लोग घायल हो चुके हैं। प्रखंड क्षेत्र के रानी दो पंचायत के शिबूटोल बहियार में सोमवार की सुबह आवारा कुत्ता काटने से दो महिला गंभीर रुप से घायल हो गयी। ग्रामीणों की मदद से दोनों घायलों को ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायल महिला कि पहचान रानी दो पंचायत के शिबूटोल गांव निवासी राम नरेश यादव की पत्नी समता देवी व सुरेश यादव की पत्नी मीना देवी के रुप में की गयी है। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त दोनों महिला शिबूटोल बहियार के खेत में काम कर रही थी। उसी दौरान बगल के खेत में घात लगाए आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल महिला के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर आस पास के खेत में काम रहे लोग घटना स्थल पर पहुंचकर बड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आवारा कुत्तों के झुंड को महिला से अलग किया और ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। ग्रामीणो का कहना है कि आवारा कुत्तों का आंतक पिछले एक वर्ष से चल रहा है. लेकिन स्थानीय प्रशासन अपना अपना पल्ला झाड़ने का काम कर रही है। पिछले सप्ताह आवारा कुत्तों के आंतक को लेकर तेघड़ा एसडीओ राकेश कुमार,डीएसपी रविन्द्र मोहन प्रसाद,बछवाड़ा अंचलाधिकारी दीपक कुमार,पशु चिकित्सा पदाधिकारी अजित कुमार समेत बछवाड़ा थाना कि पुलिस बछवाड़ा पंचायत पहुंचकर ग्रामीणों के साथ बैठक करने के बाद स्थानीय लोगों में एक आस जगी थी। ग्रामीणों को लगा कि प्रशासन आवारा कुत्तों के आंतक से जल्द निजाद दिलाने का काम करेगी लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं। बताते चलें कि पशु चिकित्सा पदाधिकारी व ग्रामीणो का कहना है कि बहियार में धरल्ले से महुआ शराब बनाने का कारोबार खुब फल फुल रहा है जिसका नतीजा है कि कुत्ता महुआ शराब के अवशेष को खा कर आदमखोर बन जाता है और उसी दौरान आम लोगों को अपना शिकार बनाता है। ऐसी स्थिति में प्रशासन जल्द ही कोई संज्ञान नहीं लेता है तो प्रखंड के विभिन्न पंचायत के लोग स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आन्दोलन करने के लिए बाध्य हो जायगें।
बेगूसराय बछवाड़ा से सुजीत कुमार की रिपोर्ट