“विशिष्ट सोचें, विशिष्ट बनें”: डॉ. पीएल गौतम ने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के नवागंतुक छात्रों को दीक्षारंभ में किया संबोधित
डीएनबी भारत डेस्क
डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में दीक्षारंभ के दौरान कुलाधिपति डॉ पीएल गौतम ने नवांगतुक छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को यह समझना चाहिए कि वे विशिष्ट है तभी देश के एक प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वविद्यालय में अपने लिए जगह बना पाये हैं । उन्होंने कहा कि कुलपति डॉ पी एस पांडेय ने पिछले कुछ वर्षों में विश्वविद्यालय का जिस तरह से विकास किया है वह अनूठा है।

उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय ने कई क्षेत्रों में पूरे देश भर के विश्वविद्यालय को राह दिखाई है। दीक्षारंभ की शुरुआत डॉ पांडेय की संकल्पना है जिसे आज देश भर के विश्वविद्यालय में लागू कर दिया है। इसी तरह से प्राकृतिक खेती में स्नातक कोर्स शुरू करने वाला भी यह पहला विश्वविद्यालय है। कुलपति डॉ पांडेय की अध्यक्षता में ही देश भर के विश्वविद्यालय के लिए इस कोर्स का सिलेबस बनाया गया है। उन्होंने कहा कि डिजिटल एग्रीकल्चर और ड्रोन ट्रेनिंग एवं मेंटेंनेंस में भी यह पूर्वी भारत को राह दिखा रहा है। इसी सब के कारण कृषि मंत्रालय ने भी जब कृषि वैज्ञानिकों को किसानों के दरवाजे तक भेजा तो उस कार्यक्रम के पूर्वी भारत की कमान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पांडेय को दी गई और इसी विश्वविद्यालय में इसका कमांड रूम स्थापित किया गया।
उन्होंने कहा कि छात्रों को भी यह समझना होगा कि वे देश भर के विश्वविद्यालय को नई राह दिखा सकते हैं। उन्हें साधारण से हटकर विशिष्ट सोचना होगा, विशिष्ट करना होगा । उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जब आप एक विशिष्ट विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं तो साधारण पढ़ाई करने से काम नहीं चलेगा, आपको विशिष्ट बनना होगा। कार्यक्रम के दौरान कुलपति डॉ पी एस पांडेय ने छात्रों से कुलाधिपति का परिचय कराया और उनके जीवन वृत्त की जानकारी दी। कुलपति डॉ पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों का है ।

वे पूरा प्रयास करते हैं कि छात्रों को किसी तरह की कोई समस्या न हो। लेकिन जिस तरह परिवार में की बार समस्या हो जाती है उसी तरह विश्वविद्यालय परिवार में भी कभी कभी कुछ समस्या हो सकती है। ऐसे में समस्याओं से सभी छात्र शांति और सहयोग की भावना से निबटें। उन्होंने शिक्षकों और वैज्ञानिकों से भी आग्रह किया कि वे सभी विद्यार्थियों को अपने परिवार का ही अंग मानें। कुलसचिव डॉ पी के प्रणव ने कार्यक्रम के दौरान स्वागत भाषण दिया जबकि डॉ रितंभरा सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट