डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय/बीहट-कार्तिक पूर्णिमा के पुनीत पावन अवसर पर आदि कालों से श्रद्धालुओं के भारी संख्या में सिमरिया धाम आने और गंगा स्नान बनाने की परम्परा रही है और यह रहेगी। इस बार एनएच 31 सड़क से लेकर तीन मोहानी बैडियर, फास्ट ड्रॉप गेट, सेकेंड ड्रॉप गेट, मुख्य कल्पवास प्रवेश द्वार से लेकर मेला, कल्पवास क्षेत्र तथा गंगा नदी तट पर गंदगियों का अंबार लगा रहा।

इस बीच लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान करने आए और स्नान बनाने पर लाचार दिखे। इतना ही नहीं प्रशासनिक शिविर के समीप लगे चापाकल एवं शौचालय के पास बने गढ्ढे सहित मेला एवं कल्पवास क्षेत्र में बने सभी शौचालयों, चापाकल के पास के गढ्ढे में पानी भर जाने के कारण गंदा पानी का बहाव धड़ल्ले से हो रहा था। जिससे स्नानार्थियों एवं वाहनों के आवागमन में भारी परेशानी हो रहा था।
मेला क्षेत्र में शौचालय का साफ़ सफाई नहीं होने से रात भर ठहरकर सुबह में स्नान करने के प्रतीक्षारत रहे श्रद्धालु खुले में शौच जाने पर मजबूर दिखे और भारी संख्या में लोग श्मशान घाट के पास खुले में शौच किया। इस तरफ़ किसी भी प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान नहीं गया। जो काफी खेदजनक विषय बना रहा श्रद्धालुओं के लिए। उन्होंने कोसते हुए उन्मुक्त कण्ठ से कहा कि यह कार्तिक पूर्णिमा उन अधिकारियों की भेंट चढ़ गई।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट