डीएनबी भारत डेस्क
भगवानपुर कलश स्थापना के साथ ही प्रखंड क्षेत्र में नवरात्र आरंभ हो गया। पर्वतराज हिमालय की पुत्री अर्थात माता शैलपुत्री की आराधना प्रथम दिन भक्तों ने पुरी श्रद्धा और भक्ति से की। दूसरे दिन मंगलवार को भक्त माता का ब्रह्मचारिणी रुप की आराधना करेंगे। नवरात्र को लेकर श्रद्धालुओं की टोली रविवार से ही गंगा स्नान के लिए जाने लगे थे। सोमवार को भी गंगा स्नान करने वाले भक्तों से अतरुआ तेघड़ा पथ पर दो पहिया सहित अन्य वाहनों की खूब आवाजाही देखी गई। वहीं पूजा दूकान पर पुजा सामग्री व फल के दूकानों पर फल खरीदते हुए श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई।

सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के सूर्यपुरा,जोकिया,मानोपुर, पासोपुर, मोख्तियारपुर, दहिया,गेहूंनी जमालपुर, महेशपुर,तेयाय, रसलपुर गांव स्थित दुर्गा मंदिरों में माता का कलश पुर्ण विधि विधान तथा श्रद्धा व भक्ति के साथ स्थापित किए गए। कलश स्थापना के साथ ही भक्त माता की आराधना में लीन हो गए। मिथिला में प्रथा के अनुसार आश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को कलश स्थापना होती है, वहीं लखनपुर दुर्गा मंदिर में बंगाली पद्धति से पुजा होती है।
विदित हो कि प्रखंड क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ लखनपुर दुर्गा मंदिर में बुद्ध नवमी को ही कलश स्थापना हो चुकी है। पुजारी का मानना है कि पुरुषोत्तम श्रीराम श्रीलंका पर चढ़ाई तथा रावण पर विजय के लिए मां भगवती की आराधना इसी दिन से आरंभ किया था तथा इसी दिन शरद ऋतु का आगमन तुला राशि में होता है। दुर्गा मंदिर के आलावा श्रद्वालु अपने अपने घरों में भी माता का कलश स्थापित कर आराधना में लीन हो गए हैं। नवरात्र आरंभ होते ही क्षेत्र में भक्तिमय वातावरण बन गया है।
बेगूसराय भगवानपुर संवाददाता गणेश प्रसाद की रिपोर्ट