कैमुर नदी में पुल नहीं रहने से दर्जनों गांव के लोग जान जोखिम में डालकर नाव से करते है आवागमन, बढ़ती नदी का जल स्तर को देखते हुए ग्रामीणों में आक्रोश

DNB Bharat Desk

कैमूर जिले मे इन दोनों लगातार बारिश होने केकारण पहाड़ी क्षेत्र से पानी छोड़ जाने पर नदियां तालाब उफान पर है कैमूर जिले के भभुआ प्रखंड के दुघरा गांव मे पहुंचे भभुआ जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ़ लल्लु पटेल मौके पर  पहुंचें उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि  दुर्गावती नदी के किनारे जीटी रोड से मुजफ्फरपुर 500 मीटर दूरी पर दुघरा  गांव है जहां दर्जनों गांव के लोग आवागमन होता है।

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कैमुर नदी में पुल नहीं रहने से दर्जनों गांव के लोग जान जोखिम में डालकर नाव से करते है आवागमन, बढ़ती नदी का जल स्तर को देखते हुए ग्रामीणों में आक्रोश 2जिसमें दुघरा  खनेठी हथियावान परमालपुर  होरलापुर  बगैचा आदि गाँव के लोग अपनी जान जोखिम मे डाल कर रोज सैकड़ो लोग नदी पार कर के बाजार हॉस्पिटल जाते है क्योंकि इधर से 15 किलोमीटर दूर जाकर घूम कर जीटी रोड पर जाना पड़ता है और पुल बन जाने से महज 500 मीटर की दूरी पर  जीटी रोड पर जाकर ग्रामीण आराम से स्कूल हॉस्पिटल बाजार जा सकते हैं गांव की महिलाएं पुरुषों के दौरान भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है मैं ग्रामीणों के बुलावे पर आया हूं और मैं जल्द से जल्द सरकार से मांग करता हूं कि फूल बनाया जाए इस गांव में  गांव के लोगों का समस्या का समाधान किया जा सके।

कैमुर नदी में पुल नहीं रहने से दर्जनों गांव के लोग जान जोखिम में डालकर नाव से करते है आवागमन, बढ़ती नदी का जल स्तर को देखते हुए ग्रामीणों में आक्रोश 3वही गांव की ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे गांव के तरफ एक भी पुल का सरकार ने निर्माण नहीं कराया है अगर निर्माण कर दिया होता तो हम लोगों को काफी सहूलियत होती लेकिन इस समय नदी उफान पर है नाव के सहारे हम लोग अपने मरीज को लेकर बाजार जाते हैं वहीं बच्चे स्कूल के लिए नाव से पढ़ने जाते हैं हमेशा मन में डर सता रहता है कि कब नाव पलट जाएगी तो दुर्घटना का शिकार हो जाएंगे ऐसा कई बार भी घटना घट से चुका है मैं सरकार से मांग करता हूं कि जल्द से जल्द यहां पर एक पल का निर्माण होना चाहिए 

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