एसएच-55 को एनएच बनाने का मामला अधर में लटका तत्कालीन सांसद की पहल पर एसएच-55 को नेशनल हाईवे में विकसित करने के लिए बना था डीपीआर

DNB Bharat Desk

बर्तमान में रामनगर से रोसड़ा तक ही बनवाया जाएगा नेशनल हाईवे, डीपीआर में शामिल नहीं किया गया रोसड़ा-बेगूसराय एसएच-55

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय। बेगूसराय से मंझौल होते हुए रोसड़ा की ओर जानेवाले स्टेट हाईवे(एसएच-55) को नेशनल हाईवे (एनएच) बनाने का कार्य अधर में लटक गया है। बताया गया है कि एसएच-55 को नेशनल हाईवे में अपग्रेड करने का डीपीआर भी कई वर्षों पहले बनाया गया था लेकिन इस मामले में स्थानीय सांसद, विधायक व संबंधित अधिकारियों की उदासीनता के कारण बेगूसराय जिले की हकमारी की गई है।

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तत्कालीन सांसद डॉ. भोला सिंह की पहल पर एसएच-55 का चौड़ीकरण करने के साथ ही इसको नेशनल हाईवे में विकसित करने की कारगर पहल की गई थी। डॉ. भोला सिंह के कार्यकाल में इस पथ का चौड़ीकरण कर इसे एनएच को हस्तांतरित किया गया था। कपस्या निवासी विपिन सिंह ने बताया कि इस सड़क को अब तक एनएच में परिवर्तित नहीं किए जाने से इस सड़क की दुर्दशा शुरू हो गई है।

उक्त स्टेट हाईवे पर ट्रैफिक इतना बढ़ चुका है कि रोज-ब-रोज एक्सीडेंट हो रहा है। डॉ. भोला सिंह के कार्यकाल के बाद कालांतर में इस मामले में जनप्रतिनिधियों के स्तर से इस मार्ग पर ध्यान नहीं दिया गया जिसकी वजह से फिलहाल बेगूसराय से रोसड़ा तक एसएच-55 को एनएच में डेवलप करने की योजना को रोक दिया गया है।

एसएच-55 को एनएच बनाने का मामला अधर में लटका तत्कालीन सांसद की पहल पर एसएच-55 को नेशनल हाईवे में विकसित करने के लिए बना था डीपीआर 2पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी पश्चिमी चंपारण के रामनगर से रोसड़ा तक ही नेशनल हाईवे का निर्माण कराया जाएगा। एसएच-55 की सड़क बेगूसराय के ट्रैफिक चौक से रोसड़ा रेलवे लाइन तक जाती है लेकिन इस भाग को मौजूदा एनएच निर्माण के डीपीआर से हटा दिया गया है।

एनएच बनने से घटेगा हादसों का ग्राफ
बेगूसराय से रोसड़ा की ओर जानेवाले एसएच-55 पर गाड़ियों की आवाजाही बढ़ने से इस सड़क की चौड़ाई कम पड़ने लगी है। इस वजह से विपरीत दिशा से आनेवाली गाड़ियों के गुजरने या ओवरटेकिंग के दौरान दुर्घटना का खतरा मंडराता रहता है।

साथ ही, राहगीरों की सुरक्षा के लिए निर्धारित मानकों को भी पूरा नहीं किए जाने से आए दिन एसएच-55 पर हादसे हो रहे हैं जिसका खामियाजा आम राहगीरों और उनके परिजनों को भुगतना पड़ता है।

एसएच-55 को नेशनल हाईवे में डेवलप करने से आवागमन में सुविधा मिलने के साथ ही हादसों का ग्राफ भी घटेगा।

पहले पटना गुलजारबाग से बना था डीपीआर
पहले बेगूसराय के ट्रैफिक चौक से रोसड़ा रेलवे लाइन तक जानेवाली एसएच-55 की सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग बनवाने की योजना पर काम चल रहा था। राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल गुलजारबाग के द्वारा इसके लिए डीपीआर भी बना था

लेकिन अब यह डिवीजन जयनगर राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल जयनगर में चला गया है। इस वजह से बेगूसराय को उपेक्षित कर रामनगर से रोसड़ा तक नेशनल हाईवे निर्माण के लिए डीपीआर बनाया गया है।

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट

 

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