डीएनबी भारत डेस्क
लोग रहे ना रहे लेकिन उसके द्वारा किए गए सुकृतियों सुविचारों को लोग जन्म जन्मांतर तक याद रखते हैं। इसी करी में द्वापरयुग में अत्याचारों से त्रस्त मुनियों, नागरिकों के रक्षार्थ मनुष्य रूप धारण कर जन्म लिए भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को आज भी लोग भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को मध्यरात्रि में भक्ति भाव के साथ विधिवत पूजा अर्चना कर मनाते हैं।

जो इस बार 16 अगस्त शनिवार को भाद्रपद कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाने के लिए वीरपुर में सदियों से चली आ रही प्रमप्रा को बरकरार रखते हुए तीन पुजा पंण्डालों में मनाएं जाने की व्यवस्था अलग अलग अंदाज में किया गया है। इसके लिए दी ग्रेथ यूथ सोसायटी,जन प्रेरणा पुजा समिति,जन सहयोग श्री कृष्ण पुजा समिति भव्य पुजा पंडाल, वृन्दावन,मथूरा के तर्ज पर मनमोहक गेट, भगवान श्रीकृष्ण के अनेकानेक रुपों से संबंधित प्रतिमाओं के अलावे, मनोरंजन के लिए आधुनिक सजावटों के साथ ब्रेक डांस, अकासी झुला,मौत की कुंआ,अजुवा घर,सुनदर और स्वच्छ वीरपुर की तैयारी में जोर सोर से दिन रात जुटे हुए हैं।
इस संबंध में पुजा पंण्डाल के आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि मेला में आए हुए श्रद्धालुओं कि सुरक्षा, सुविधा का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।दी ग्रेथ यूथ सोसायटी के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार ने बताया कि मेरे पुजा पंडाल परिक्षेत्र में जो भी दुकानदार दुकान लगा कर मेला में श्रद्धालुओं कि सेवा करेंगे। उन्हें किसी भी तरह के सुल्क देय नहीं होगा।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट