डीएनबी भारत डेस्क
बिहार मुख्यमंत्री डिजिटल मिशन योजना के अंतर्गत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर मनोज कुमार की अध्यक्षता में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बरौनी के सभागार में मंगलवार को सभी आशा कार्यकर्ताओं के लिए एम आशा ऐप का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण 02 बैच मे किया गया। इस प्रशिक्षण का आयोजन पीरामल फाउंडेशन, बेगूसराय के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी श्री जयंत चौधरी और उनकी टीम सदस्य श्रीमती नव्या (गांधी फेलो) के द्वारा किया गया।

यह कार्यक्रम ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य आशा कार्यकर्ताओं को डिजिटल तकनीक का कुशल उपयोग सिखाना और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाना है। प्रशिक्षण में प्रमुख बिंदु- एम आशा ऐप में लॉगिन और डेटा एंट्री की प्रक्रिया रोगियों की स्वास्थ्य जानकारी का सुरक्षित प्रबंधन टीकाकरण, प्रसव सेवाओं, और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटल प्रबंधन।रिमाइंडर और अलर्ट फीचर्स का उपयोग।एम आशा ऐप के लाभ पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि एम आशा ऐप का विकास स्वास्थ्य सेवाओं में डेटा प्रबंधन और निगरानी को सरल और सटीक बनाने के लिए किया गया है।
इस ऐप से आशा कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, प्रसव पूर्व और पश्चात देखभाल जैसी महत्वपूर्ण जानकारी को आसानी से रिकॉर्ड और साझा कर सकती हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग को रियल-टाइम डेटा प्राप्त होता है और त्वरित निर्णय लिए जा सकते हैं। आशा कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया- प्रशिक्षण में भाग लेने वाली कई आशा कार्यकर्ताओं ने इस ऐप को उपयोगी और समय की बचत करने वाला बताया। एक आशा कार्यकर्ता ने उत्साह से कहा, “अब हमें मैनुअल डेटा संकलन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
ऐप के माध्यम से हम तुरंत और सटीक जानकारी अपडेट कर सकेंगे, जिससे हमारा कार्य अधिक प्रभावी हो जाएगा।आगे की योजना पर बीएचएम संजय कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य सभी आशा कार्यकर्ताओं को समय-समय पर डिजिटल प्रशिक्षण देकर नई तकनीकों के उपयोग में दक्ष बनाना है, ताकि वे स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार ला सकें।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट