मोहनिया विधायक से गुहार के बाद एक योजना में डाला गया, आधे सड़क निर्माण के बाद कार्य एजेंसी ने हाथ खड़े कर दिया, तब कॉलोनी के लोगो ने चंदा कर सड़क को आने जाने के लिए बनाया।
डीएनबी भारत डेस्क

मोहनिया के वीआईपी कॉलोनी अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है।जब से वीआईपी कॉलोनी बसा उसके बाद आज तक सड़क नहीं बना।मोहनिया विधायक से गुहार के बाद एक योजना में डाला गया।योजना का नाम था डबल टॉवर से अशोक गुप्ता के मकान तक आधे सड़क निर्माण के बाद कार्य एजेंसी ने हाथ खड़े कर दिया जिसका नतीजा हुआ कि कॉलोनी में रहने वालों की आवागमन में परेशानी होने लगी।
तब कॉलोनी के लोगो ने चंदा कर सड़क को आने जाने के लिए बनाया।मामला मोहनिया नगर पंचायत के वार्ड नम्बर 15 का है जहाँ पूरी बरसात में लोगो को आवागमन में परेशानी होती है।विधायक से लेकर अधिकारी भी इनकी गुहार सुनने को तैयार नहीं।कारण है यह योजना में लागत 10 लाख आ रहा था तो विधायक ने 2 से 3 लाख तक एस्टीमेट बना कर कार्य कर छोड़ दी,
जिसके बाद कॉलोनी के लोगो ने खुद चंदा कर सड़क पर इट माटी से सड़क तैयार किया जो आने जाने के लिए पर्याप्त नहीं है।अब हालात है कि नगरवासी अपने मकान का होल्डिंग टैक्स देते है पर न नगर पंचायत मोहनिया सुनने को तैयार है ना विधायक।जिससे नगरवासियों में काफी नाराजगी है।लोग आगामी विधानसभा चुनाव में बना रहे है चुनावी मुद्दा।
कैमूर संवाददाता देवब्रत तिवारी की रिपोर्ट