बेगूसराय असुरारी स्थित वरुण बेवरेज पैप्सी फैक्ट्री 7 लाख 38 हजार 54 लीटर भू-जल का प्रतिदिन कर रहा है उपयोग

DNB Bharat Desk

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बेगूसराय जिले के औद्योगिक क्षेत्र बरौनी बीयाडा के बरौनी प्रखण्ड एवं नगर परिषद बीहट क्षेत्र में असुरारी स्थित वरुण बेवरेज पैप्सी फैक्ट्री 7 लाख 38 हजार 54 लीटर भू-जल का प्रतिदिन उपयोग कर रहा है ।यह आंकड़ा शनिवार को पेप्सी द्वारा आनन-फानन में आयोजित प्रेसवार्ता में शामिल अधिकारियों ने दिया। वहीं भू-जल स्तर में गिरावट और जल एवं वायु प्रदुषण की मुख्य बिन्दुओं जिसपर जिला प्रशासन बेगूसराय द्वारा टीम गठित कर जांच करने एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इस संदर्भ में बातचीत करते हुए सुझाव प्राप्त करने के निर्देश पत्र जारी कर करते जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए जाने वाले बातों पर बिन्दु बार जानकारी देते हुए प्लांट हेड मनोज द्विवेदी ने कहा कि जब हम 2022 में पैप्सी फैक्ट्री से कॉमर्शियल उत्पादन शुरू किए थे तब यहां का भू-जल स्तर सात मीटर था। जो घटकर अब 5-5.5 मीटर है।

बेगूसराय असुरारी स्थित वरुण बेवरेज पैप्सी फैक्ट्री 7 लाख 38 हजार 54 लीटर भू-जल का प्रतिदिन कर रहा है उपयोग 2उन्होंने कहा कि सक्षम प्राधिकारी से प्राप्त निर्देशों में 3237 के एल प्रतिदिन भू-जल उपयोग करने का अधिकार पत्र प्राप्त है।पर इस फैक्ट्री में 2 लाख 69 हजार तीन सौ नब्बे के एल वार्षिक और 7 लाख 38 हजार 54 लीटर मात्र भू-जल का उपयोग हो रहा है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही रैन वाटर का ट्रिटमेंट कर सतही जमीन तक पहूंचाया जाता है और वेस्टेज पानी से बागवानी में सिंचाई का कार्य में उपयोग किया जाता है। उन्होंने आरोपों सीरे से ख़ारिज करते हुए कहा कि कुछ लोगों द्वारा पैप्सी फैक्ट्री को लेकर ग़लत संदेश दिया जा रहा है। भ्रांतियां की ऐसी कोई भी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी से लिए गए पानी उपयोग किए जाने के बाद 50% पानी का ट्रिटमेंट कर पृथ्वी तक पहुंचाना हमारी पहली प्राथमिकता है।

बेगूसराय असुरारी स्थित वरुण बेवरेज पैप्सी फैक्ट्री 7 लाख 38 हजार 54 लीटर भू-जल का प्रतिदिन कर रहा है उपयोग 3इसके साथ ही यहां की जल और वायु प्रदुषण का ख्याल रखना होता है यह फैक्ट्री के नॉर्म्स में है। उन्होंने बताया कि पीजी मीटर यहां की वाटर लेवल बताता है जो ऑटोमैटिक और ऑनलाइन है। उन्होंने कहा यहां रेन वॉटर हार्वेस्टिंग अर्थात पानी की खेती की जाती है। आगे उन्होंने बताया कि पैप्सी प्लांट के द्वारा आस-पास के क्षेत्रों में अबतक 27 हजार पेड़-पौधे लगाए गए हैं और स्वास्थ्य का महत्व को देखते हुए बथौली चौक पर निःशुल्क सेवा में आरु अस्पताल संचालित किया गया है। जिसमें प्रतिदिन अनुमानित 80-100 मरीज स्वास्थ्य का लाभ प्राप्त कर रहें हैं। फैक्ट्री पर एक नजर डालते हुए उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल,22 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा बीते सितंबर माह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल उद्घाटन किए हैं। भारत में 40 फैक्ट्री संचालित है और तत्काल में बिहार प्रदेश के बक्सर डुमरांव क्षेत्र में फैक्ट्री स्थापित किया जा रहा है।

बेगूसराय असुरारी स्थित वरुण बेवरेज पैप्सी फैक्ट्री 7 लाख 38 हजार 54 लीटर भू-जल का प्रतिदिन कर रहा है उपयोग 4सम्भावना है कि मई से जून माह तक में कॉमर्शियल उत्पादन आरंभ हो जाएगा। उन्होंने कहा भारत ही नहीं अपितु विश्व के कई देशों में पैप्सी का फैक्ट्री और व्यापार है। जिसमें कुछ रविकांत जयपुरिया और उनके पुत्री दिव्यानी के आर जे क्रॉप कम्पनी के संयुक्त तत्वावधान में संचालित है। उन्होंने स्थानीय लोगों के रोजगार के मुद्दों पर आंकड़ा रखते हुए कहा कि लगभग 88% लोग बिहार प्रदेश के यहां कार्यरत हैं जिसमें 62%  स्थानीय लोग हैं।

बेगूसराय असुरारी स्थित वरुण बेवरेज पैप्सी फैक्ट्री 7 लाख 38 हजार 54 लीटर भू-जल का प्रतिदिन कर रहा है उपयोग 5एक और जानकारी देते हुए बताया कि आस-पास के महाविद्यालयों से उत्तीर्ण हुए एवं अध्यनरत आईटीआई और बी-टेक के छात्रों को हायर कर एपेंडिक्स के तहत् प्रशिक्षित किया जाता है जिससे वह आत्मनिर्भर हों। उन्होंने कहा कि पैप्सी प्लांट को लेकर कुछ भ्रांतियां और नाकारात्मक विचार लोगों तक अफवाह के माध्यम से पहूंचाया गया है। मौके पर एच आर दिलीप कुमार मिश्रा, गौरव कुमार मिश्रा सहित अन्य उपस्थित थे।

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