डीएनबी भारत डेस्क
भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय अतरुआ, मध्य विद्यालय मल्हीपुर, लखनपुर, पालीडीह,मेहदौली,मल्हीपुर सहित अन्य विद्यालयों में गृष्मावकास के पूर्व शनिवार को विद्यालय परिसर में शिक्षक अभिभावक बैठक आयोजित किए गए। उक्त अवसर पर शिक्षा समिति के सदस्य व बच्चे के अभिभावकों ने भाग लिया। उक्त अवसर पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने कहा कि बच्चे का असली और प्रथम शिक्षक उसकी मां होती है, इसलिए बच्चों के दिमाग पर माता का संस्कार का प्रभाव ज्यादा पड़ता है।

बच्चे का अभिभावक शिक्षकों के असली मालिक होते हैं क्योंकि सरकार हमें वेतन इसलिए देती है, क्योंकि हम आपके बच्चों को पढ़ाते हैं।हम आपके बच्चों को पढ़ाकर आप पर एहसान नहीं कर रहे हैं।इसलिए आपका दायित्व बनता है कि आपका बच्चा विद्यालय जाता है या नहीं, शिक्षक आपके बच्चों को पढ़ाते हैं या नहीं, शिक्षक ससमय विद्यालय आते और जाते हैं या नहीं, विद्यालय का विधि-व्यवस्था ठीक है या नहीं, विद्यालय का दैनिक कार्य ठीक से संचालित होता है या नहीं ।
वहीं शिक्षक विरदेव कुमार ने कहा कि आज़ के बाद पुरे 22 दिनों के लिए विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधि बंद रहेंगे।इस बीच आपके बच्चे आपके बीच रहेंगे,छात्र छात्राओं को गृह कार्य दे दिए गए हैं।अब आपका यह कर्तव्य बनता है कि वह बच्चा छुट्टी के दौरान सिर्फ खेलते ही नही रहे वह अपना होमवर्क भी बनाये। वहीं उन्होंने आगे कहा कि विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना संचालित किया जाता है उसपर भी आप लोग निगरानी रखें।मौके पर एचएम अशोक,विश्वनाथ,अवधेश,मनोज, शिक्षक,शिक्षा समिति के सदस्य,अभिभावक व बच्चे उपस्थित थे।
बेगूसराय भगवानपुर संवाददाता गणेश प्रसाद की रिपोर्ट