डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय/वीरपुर-बिहार के डबल इंजन की सरकार में पुलिस शराब माफिया को संरक्षण दे रही उक्त बातें वीरपुर प्रखंड क्षेत्र के नौला गांव में आयोजित संकल्प सभा को संबोधित करते हुए आरा सांसद सह भाकपा-माले के वरिष्ठ नेता सुदामा प्रसाद ने सुजीत साह की हत्या को लेकर आयोजित प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह घटना महज एक हत्या नहीं, बल्कि बिहार में पनप रहे अपराध, माफिया और सत्ता गठजोड़ की खतरनाक परिणति है। उन्होंने कहा कि सुजीत साह की शहादत इस बात की गवाही है कि आज बिहार में जो भी अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएगा, उसे या तो धमकाया जाएगा या मार दिया जाएगा। यह राज्य अब कानून का नहीं, माफियाओं और अपराधियों का अड्डा बन चुका है।

सांसद सुदामा प्रसाद ने साफ आरोप लगाया कि मोदी-नीतीश की डबल इंजन सरकार ने बिहार को पूरी तरह से माफियाओं के हवाले कर दिया है। शराबबंदी कानून सिर्फ गरीबों और दलितों को जेल भेजने का हथियार बन गया है, जबकि सत्ताधारी दलों के संरक्षण में शराब, जाली नोट और कारतूस का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की चुप्पी और प्रशासन की निष्क्रियता यह साबित करती है कि अपराधियों को खुला संरक्षण प्राप्त है।उन्होंने कहा कि सुजीत साह ने माफिया के खिलाफ आवाज उठाई, अवैध कारोबार का विरोध किया और प्रशासन की मिलीभगत को चुनौती दी और यही उसकी हत्या का कारण बन गया।
एक हफ्ता बीत जाने के बावजूद मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी न होना, इस शासन की असली मंशा को उजागर करता है। सुजीत साह को न्याय नहीं मिला तो सड़क से सदन तक होगी लड़ाई तेज।सभा को संबोधित करते हुए माले जिला सचिव दिवाकर प्रसाद ने मांग की कि मुख्य आरोपी की अविलंब गिरफ्तारी हो, स्पीडी ट्रायल चलाकर दोषी को कड़ी सजा दी जाए, पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा मिले और माफिया कारोबार की उच्चस्तरीय जांच हो।
उन्होंने ऐलान किया कि भाकपा-माले सुजीत साह की शहादत को बेकार नहीं जाने देगी। मौके पर पार्टी नेता चंद्रदेववर्मा, नवल किशोर सिंह,यूनाइटेड सोशलिस्ट फोरम के प्रेम नाथ गुप्ता,नन्हकू पासवान, गौरी पासवान,मुक्तिनारायण सिंह,रामकुमार तांती,रामप्रकाश पासवान,आईसा राज्य उपाध्यक्ष अजय कुमार,अरविंद महतो,सोनू फर्नाज सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बीजू सिंह ने की।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट