अजो नित्यः शाश्वतोऽयं पुराणो, न हन्यते हन्यमाने शरीरे।
डीएनबी भारत डेस्क

इस मृत्युलोक में यह शरीर नश्वर है। जो आये हैं उसे जाना है। किंतु आना सुखद माना गया है और जाना अति दुखद। दुर्भाग्य की बात है कि मध्य विद्यालय महेशपुर कन्या से 2010 में सेवानिवृत शिक्षक रामनन्दन शर्मा का आज निधन हो गया। विद्यालय प्रधान प्रमोद कुमार साह ने बताया कि शर्मा जी अति मिलनसार और बहुत ही योग्य शिक्षक थे।
छात्रों को पढ़ाने का तरीका उनका बहुत ही रोचक था। उच्च विद्यालय के शिक्षक चंदन कुमार तिवारी ने श्लोक के माध्यम से मृतात्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शिक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि आदमी के शरीर का अंत होता है उसके यश का नहीं।
श्री शर्मा को हमने यहां भले नहीं देखा किंतु यहां के छात्र और ग्रामीण उनकी भूरी भूरी प्रशंसा करते हैं। शिक्षक यूसुफ आज़ाद, प्रदीप कुमार,मो.फैसल अली , विजय शंकर प्रसाद , सतीश कुमार , विनोद कुमार , प्रतीक कुमार, मो.राजीव आलम, सुशील कुमार, केशव कुमार शिक्षिका अनुपम कुमारी , अनिता कुमारी आदि ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
बेगूसराय भगवानपुर संवाददाता गणेश प्रसाद की रिपोर्ट